धनबाद(न्यूज़ क्राइम 24): टुंडी विधानसभा के तमाम जानता के दिल में है वो है टुंडी विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लडने वाली टुंडी की माटी की बेटी डिंपल चौबे का नाम जिनका जन्म तोपचांची प्रखंड अंतर्गत ग्राम चौबेडीह बिशुनपुर में हुआ है ,इनका शैक्षणिक योग्यता राजनीति शास्त्र से स्नातक की डिग्री है ,केंद्र सरकार के द्वारा पोषण सखी के रूप में इनकी नियुक्ति 2016 में की गई तथा 2016 में ही तमाम पोषण सखीयो ने मिलकर इन्हे धनबाद जिला अध्यक्ष के रूप में चयनित किया ,अपने कार्य दायित्व को बहुत सुंदर ढंग से निर्वहन करते हुए सरकार के हर नीति का सहयोग और हर संभव सहायता किया। केंद्र सरकार के द्वारा इनका आबंटन 2017 में बंद कर दिया गया बावजूद राज्य सरकार ने इसकी सूचना पोषण सखियों को नहीं दिया और राज्य सरकार ने इनसे लगातार कार्य करवाती रही ,इस कोरोना काल में जब सभी लोग घर पर अपना जान बचा रहे थे उस समय इन पोषण सखीयो ने अपने कर्तव्य परायणता को दिखाते हुए देश हित समाज हित को देखते हुए सभी ने डोर टू डोर अपने जान जोखिम में डाल कर कोरोना वैक्सीनेशन करवाने का काम किया, जब यह महामारी कम हुई तो वर्तमान हेमंत सरकार ने इन्हें केंद्र का हवाला देकर सेवामुक्त करने का काम किया जो न्यायसंगत नहीं है, 3000/ रुपैया मासिक मानदेय के रूप में काम करने वाली पोषण सखियों के साथ अन्याय ही अन्याय हुआ है। इस गलत नीति का विरोध पोषण सखियों ने किया जिसकी अगुवाई धनबाद जिला अध्यक्ष के रूप में डिंपल चौबे ने किया जो अब तक जारी है , तथा सरकार के इस गलत नीति का खुलकर विरोध किया है पूर्व विधानसभा सत्र के दरमियान धरना देने का काम किया मंत्रियों ने भरोसा दिया कि आप लोगों को नहीं हटाया जाएगा आप लोगों के साथ सरकार न्याय करेगी , किंतु अब तक वह न्याय हमलोगो को नहीं मिला जो खेद का विषय है सरकार की इस गलत नीति को देखते हुए टुंडी विधानसभा की बेटी डिंपल चौबे ने आगामी विधानसभा चुनाव टुंडी से लडने का मन बनाया ताकि महिलाओं के सशक्तिकरण एवं , शोषित, पीड़ित, दुखित जनता की सेवा करने के लिए अपने पोषण सखियों का हक हाकुक दिलाने के लिए , झारखंडीयो की पहचान 1932 का खतियान लागू करवाने के लिए तैयार अपार जन समर्थन के साथ आगामी चुनाव लडने के लिए मैदान में खड़ी है । जिसे हर समाज के लोगो ने इस निर्णय को सराहा है तथा हर संभव सहयोग कर उन्हें टुंडी विधानसभा क्षेत्र से जीता कर अपने क्षेत्र और झारखंड के विकास के लिए विधानसभा का सदस्य बनाकर भेजने का निर्णय लिया है ।