अररिया, रंजीत ठाकुर। जिले में शिशु मृत्यु दर के मामलों में कमी लाने के उद्देश्य पीएचसी अररिया में हेल्दी बेबी शो कार्यक्रम का आयोजन किया गया। हेल्दी बेबी शो में जच्चा-बच्चा के सभी टीकाकरण, वजन-ऊंचाई, छः माह तक स्तनपान, संस्थागत प्रसव सहित अन्य मामलों की जांच की गई। बच्चों के सही पोषण, उम्र के आधार पर वजन व ऊंचाई की जांच में अव्वल आने वाले बच्चे की माताओं को प्रशस्ति पत्र व उपहार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्रतिभागी बच्चों का चयन विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्र के माध्यम से किया गया था। पीएचसी प्रभारी पंकज कुमार निराला की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम में बीएचएम खतीब अहमद, बीसीएम डोली सिंह सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे। मौके पर उपस्थित माताओं को डिब्बाबंद दूध से बच्चों को होने वाले नुकसान की जानकारी देते हुए उन्हें स्तनपान व बच्चों के समुचित विकास के लिए उचित पोषण के महत्व से अवगत कराया गया।
बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिये स्तनपान जरूरी
पीएचसी प्रभारी डॉ पंकज कुमार निराला ने बताया कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिये स्तनपान जरूरी है। जन्म के एक घंटे के अंदर नवजात को स्तनपान कराना बच्चों के स्वस्थ व सेहतमंद जिंदगी को मजबूत आधार प्रदान करता है। छह महीने तक केवल स्तनपान बच्चों के लिये सर्वांगीण विकास व पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करता है। ऐसा करने से नवजात मृत्यु दर के मामलों में 20 फीसदी तक कमी संभव है। इससे डायरिया व निमोनिया से शिशुओं की मौत संबंधी मामले में 11 से 15 फीसदी कमी लाई जा सकती है। साथ ही जब बच्चे बड़े होते हैं तो उन्हें कई संचारी व गैर संचारी रोग का खतरा कम होता है।
बच्चों की सेहत के प्रति जागरूकता जरूरी
बीएचएम खतीब अहमद ने बताया कि हेल्दी बेबी शो कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों की सेहत व स्वास्थ्य के प्रति अभिभावकों को जागरूक करना है। कार्यक्रम में दो साल तक बच्चों ने भाग लिया। संपूर्ण टीकाकरण, उम्र के हिसाब से बच्चों का वजन, ऊंचाई सहित अन्य मानकों पर अव्वल आने बच्चों की माताओं को कार्यक्रम के दौरान पुरस्कृत किया गया। उन्होंने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए जन्म के 6 माह तक केवल स्तनपान और 6 माह से अधिक उम्र के बच्चों को स्तनपान के साथ उचित पोषाहार का सेवन कराना जरूरी है।
जागरूकता को लेकर की जा रही जरूरी पहल
बीसीएम डोली सिंह ने बताया कि नवजात मृत्यु संबंधी मामलों में कमी लाने के उद्देश्य से विभागीय स्तर से जरूरी पहल की जा रही है। बच्चों के सम्पूर्ण टीकाकरण व स्तनपान के महत्व से लोगों को अवगत कराया जा रहा है। एएनएम, आंगनबाड़ी सेविका सहित अन्य कर्मियों की मदद से माताओं को डिब्बाबंद दूध से नवजात को होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक किया जा रहा है। वीएचएसएनडी साइट पर भी बच्चों को उचित पोषाहार उपलब्ध कराने के महत्व सहित डिब्बाबंद दूध के उपयोग से परहेज करने के प्रति लोगों को जागरूक किये जाने की जानकारी उन्होंने दी।
