बिहार

भरगामा में भ्रष्टाचार और कमीशन की भेंट चढ़ी जिम : प्रमुख

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अररिया, रंजीत ठाकुर। अररिया में सरकारी राशि की बंदरबाट कैसे की जाती है इसका सहज अंदाजा भरगामा प्रखंड के विभिन्न पंचायतों के स्कूलों में लगे जिम सेट को देख कर लगाया जा सकता है। उक्त बातें भरगामा प्रखंड के पूर्व प्रमुख विजय यादव ने कही। उन्होंने कहा कि लाखों की लागत से विभिन्न पंचायतों के विद्यालयों में जिम सेट लगाए गए हैं। लेकिन स्कूलों में जिम लगने के कुछ माह बाद हीं जिम सेट टूट कर बिखर गए। वहीं कई विद्यालय में बिल्डिंग कर जिम सेट को ठीक तो कराया गया। लेकिन वह भी बेकार साबित हो रहा है। जबकि सरकार द्वारा जिम इसलिए लगाया गया। ताकि बच्चों व ग्रामीण युवाओं को स्वास्थ्य के प्रति सजग बनाया जा सके।

जब बच्चे स्वस्थ रहेंगे तो उसे पढ़ाई में भी मन लगेगा। लेकिन बच्चों को स्वस्थ और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा भी भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ जा रहा है। जबकि जिम सेट लगाने के लिए पंचायत प्रतिनिधि,पंचायत सचिव व बिचौलियों की भी सहमति होती है। लेकिन मिलीभगत से घटिया जिम सेट लगाए गए। जो जब से लगा है बेकार पड़ा है। आपको बता दें कि इस मामले में ग्रामीणों ने निवर्तमान बीडीओ ममता कुमारी से शिकायत भी दर्ज कराई थी। लेकिन शिकायत दर्ज कराने के बाद भी संबंधित एजेंसियों के विरुद्ध कार्रवाई नहीं की गई। ऐसे में ग्रामीणों में सरकार की नीति को लेकर नाराजगी व्याप्त है।

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वहीं स्कूल में अध्ययनरत सोनाक्षी कुमारी,खुशी कुमारी,रेखा कुमारी,सोनी कुमारी,मोहन कुमार,ललन कुमार,राजकुमार आदि बच्चों ने बताया कि छह लगभग माह पूर्व स्कूल में जिम लगाए गए थे। जो गुणवत्ताविहीन थे। लगने के बाद से ही बेकार पड़ा हुआ है। इससे हम बच्चों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है। वहीं उत्कृमित मध्य विद्यालय गोलहा के शिक्षकों ने बताया कि जिम सेट जर्जर अवस्था में पड़ा है। इसकी शिकायत पंचायत प्रतिनिधियों से भी की गई है। लेकिन किसी ने कोई ध्यान नहीं दिया।

बच्चों का कहना है कि जिस समय जिम सेट स्कूल में लगाया गया था उस समय काफी खुशी मिली थी कि अब ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों को अत्याधुनिक तरीके से खेल-कूद और व्यायाम करने का मौका मिलेगा। लेकिन ये मौका भी बेकार साबित हुआ। वहीं इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी शशि भूषण सुमन ने कहा यदि जिम गुणवत्तापूर्ण नहीं है और खराब पड़ा हुआ है तो मामले की जानकारी ली जाएगी। अगर सामग्री की गुणवत्ता अच्छी नहीं होगी तो संबंधित एजेंसी के विरुद्ध कार्रवाई किया जाएगा। हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि अभी तक उन्हें कोई कम्प्लेन नही मिला है। यदि कहीं से कोई शिकायत मिलेगी तो जांच कर उचित कार्रवाई की जायेगी।

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