बिहार

राज्यपाल करेंगे टीबी मुक्त अभियान की समीक्षा

पूर्णिया(न्यूज क्राइम 24): पूरे देश से आगामी 2025 तक टीबी को जड़ से मिटाने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री एवं देश के सभी राज्यों के राज्यपाल द्वारा अपने-अपने स्तर से समीक्षा बैठक की जा रही है। इस दौरान शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करने को लेकर समय-समय पर सभी जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया जा रहा है ताकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सपनों को पूरा किया जा सके।

दरअसल प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान को व्यापक पैमाने पर पूरे देश में संचालित किया जा रहा है। वहीं राज्य में वर्ष 2024 के अंत तक टीबी मुक्त भारत अभियान के उद्देश्य को प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है। लिहाजा आने वाले दिनों में अभियान को गति देने की कवायद तेज होने वाली है। पिछले दिनों जिला यक्ष्मा केंद्र (डीटीसी) के सभागार में जिलाधिकारी कुंदन कुमार के दिशा-निर्देश में संचारी रोग पदाधिकारी की अध्यक्षता में मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया था।

टीबी मुक्त अभियान को लेकर युद्ध स्तर पर किया जा रहा है प्रयास: सिविल सर्जन


सिविल सर्जन डॉ अभय प्रकाश चौधरी ने बताया कि भारत सरकार ने टीबी मरीजों को इलाज के दौरान पोषण सहायता, जांच व रोजगार से संबंधित सहायता पहुंचाने के उद्देश्य से निक्षय मित्र के रूप में व्यक्ति, संस्था, एनजीओ, वयावसायिक संस्थान, निर्वाचित प्रतिनिधि व सहकारी संस्थान का निबंधन किया जा रहा है।

उन्होंने यह भी बताया कि निक्षय मित्र के रूप में किसी संस्था या व्यक्ति के निबंधन को लेकर निक्षय पोर्टल का संचालन किया जा रहा है। ताकि कोई भी व्यक्ति आसानी से निक्षय मित्र बन कर टीबी मरीजों को स्वेच्छा से मदद कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर इस अभियान को सफल बनाने में सहयोग कर सके। हालांकि टीबी मुक्त भारत अभियान की सफलता को लेकर जिले में युद्धस्तर पर प्रयास किया जा रहा है।

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राजभवन द्वारा मांगी गई सूची को भेजा गया मुख्यालय: डॉ मिहिरकान्त झा


संचारी रोग पदाधिकारी डॉ मिहिरकान्त झा ने बताया कि टीबी मुक्त अभियान को गति देने के उद्देश्य से राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर बिहार में चल रहे इस महतवाकांक्षी अभियान की समीक्षा करने वाले हैं। समीक्षा से पूर्व राज्यपाल के प्रधान सचिव राबर्ट एल चोंग्थू ने इस आशय से संबंधित पत्र राज्य के सभी जिले के जिलाधिकारियों को भेजा है। इस पत्र में जिलावार टीबी मरीजों की संख्या, पंजीकृत टीबी मरीजों की संख्या, पंजीकृत निक्षय मित्रों की सूची सहित वैसे मरीजों की संख्या जिन्हें सरकार की ओर से सहायता दी जा रही हैं। इससे संबंधित जानकारी पांच मई तक राजभवन को उपलब्ध कराने का आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया था। जिसके अलोक में पिछले दिनों 24 मार्च से 13 अप्रैल तक विशेष टीबी खोज अभियान चलाया गया था।

जिले में 2552 टीबी मरीज़ों का किया जा रहा है उपचार: डीपीएस


जिला टीबी एवं एड्स समन्वयक राजेश शर्मा ने बताया कि वर्तमान में 2552 टीबी मरीज़ों का इलाज़ किया जा रहा है। जिसमें 1787 मरीज़ों के द्वारा फूड बास्केट लेने की सहमति जताई गई है। जबकि शेष बचे 761 मरीजों की स्वीकृति नहीं मिली है। ज़िले में अभी तक 81 निक्षय मित्र के द्वारा 221 मरीजों के बीच फूड पैकेट वितरण किया जा रहा है। हालांकि अभी भी निक्षय मित्र बनाने की प्रक्रिया जारी है। इसके लिए जिला यक्ष्मा केंद्र के अलावा सभी एसटीएस और एसटीएलएस अधिक से अधिक निक्षय मित्र बनाने को लेकर कार्य किया जा रहा है।

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