बिहार

बिहारी अपनी संस्कृति और संस्कार बरकरार रखे-धीरेंद्र शास्त्री

फुलवारीशरीफ(अजीत यादव): बिहार में पंडित धीरेन्द कृष्ण शास्त्री का अगला दरबार गया में लगेगा.बाबा 27 सितंबर को दरबार लगाएंगे. यहां हनुमंत कथा भी होगी. बागेश्वर धाम वाले बाबा ने तरैत पाठी मठ से यह एलान किया. उन्होंने कथा वाचन के दौरान कहा कि अब हम जाएंगे गया फिर आएंगे पटना. बाबा बागेश्वर धाम बिहार में अपने लिए और हनुमान जी के लिए उमड़े अपार प्यार और भक्ति को देख गदगद नजर आए. उन्होंने कहा कि अपने दिल से हनुमानजी के लिए प्यार और पूजा भक्ति में कभी कमी नहीं करिएगा. आपके दिल से हनुमान जी की भक्ति में कमी नही होने चाहिए .इसके बाद श्रद्धालुओं ने जय श्री राम और जय बागेश्वर धाम के जयकारे लगाए.

दिव्य दरबार में पर्ची निकालकर अर्जी सुनने के बाद पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने हनुंमत कथा की शुरुआत की. बागेश्वर धाम वाले बाबा धीरेंद्र शास्त्री के हनुमत कथा के तीसरे दिन उनका दिव्य दरबार दोपहर 2:05 में शुरू हो गया. हालांकि बाबा ने पहले दूसरे दिन अत्यधिक भीड़ को देखते हुए ऐलान किया था कि दिव्य दरबार लगाने के बारे में सोचना पड़ेगा. इस बात को लेकर संसद भी गहरा गया था कि बाबा के दरबार नौबतपुर में लगेगा या नहीं लगेगा. दूसरे दिन ही कथा समाप्ति की देर रात बाबा ने दिव्य दरबार लगाने का फैसला किया और तीसरे दिन उनका दरबार में कई लोगों की अर्जी सुनी गई. इस दौरान बाबा ने लोगों की समस्याएं सुने और उनका समाधान भी बताया.

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बाबा से मिलने की आस लिए दूर दराज से पहुंचे श्रद्धालु अपनी समस्या का निदान जान और सुन कर खुशी खुशी अपने अपने घर लौट गए. राजधानी पटना के नौबतपुर स्थित तरेत में चल रहे 5 दिवसीय हनुमंत कथा का आज तीसरा दिन है. वही इस कथा का समापन 17 मई को होगा. सोमवार को बागेश्वर वाले बाबा आचार्य धीरेंद्र शास्त्री ने दिव्य दरबार लगाया और श्रद्धालुओं का दिल जीत लिया. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए बाबा धीरेंद्र शास्त्री ने यह घोषणा किया कि वे एक बार फिर बिहार आएंगे और दिव्य दरबार लगाएंगे.

वही इस बार सितंबर महीने में वे बिहार के गया जिले में आएंगे और वहां दरबार लगाएंगे और हनु कथा भी होगी. उम्मीद है कि वहां भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ेंगी। बाबा की इस घोषणा के बाद दिव्य दरबार में बैठे श्रद्धालुओं में खुशी झलकने लगी. वही दिव्य दरबार के दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि अगर किसी को हिंदुओं में एकता देखनी हो तो वह बिहार आकर देखे. बिहार के लोगों के बारे में न जाने क्या-क्या कहा जाता था लेकिन बिहार के लोग वैसे नहीं है बल्कि यहां भक्ती से भरे हुए लोग हैं. बाबा ने कहा कि बिहार से भक्ति की जो बयार चली है वह पूरे हिंदू राष्ट्र का निर्माण करने में सबसे आगे रहेगा.

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