[Written By: Robin Raj]
सीकर: श्याम भक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी है, राजस्थान सरकार ने फाल्गुनी लक्खी मेले के आयोजन को मंजूरी दे दी है. इससे पहले कोरोना महामारी के चलते मेले पर रोक लगाई गई थी. लेकिन देशभर से श्रद्धालुओं ने राज्य सरकार से विभिन्न माध्यमों के जरिए मेले का आयोजन करने का अनुरोध किया. जिसके बाद राजस्थान के सीकर जिले में स्थित खाटूश्यामजी मंदिर में फाल्गुनी लक्खी मेले के आयोजन को राजस्थान सरकार ने मंजूरी दे दी है. जिसको लेकर श्रद्धालुओं में खासा उत्साह है.
सरकार द्वारा गाइडलाइन जारी-
- मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को पहले ऑन लाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा
- एक मोबाइल नंबर से एक ही श्रद्धालु का रजिस्ट्रेशन होगा
- हमेशा की तरह इस बार मेले में भंडारे की अनुमति नहीं होगी
- प्रसाद का वितरण भी नहीं होगा
- अस्थायी दुकानें भी नहीं लगाई जाएगी
- मंदिर में प्रसाद व माला चढ़ाने की अनुमति नहीं होगी
- धर्मशालाओं व होटलों में क्षमता के 50 फीसदी ही लोग ठहर सकेंगे
- श्रद्धालुओं को दिखाना होगा कोरोना जांच रिपोर्ट-
सभी निर्देशों का करना होगा पालन-
सीकर जिला कलेक्टर अविचल चतुर्वेदी ने बताया कि मेले में आने वाले श्रद्धालुओं को अपनी कोरोना जांच रिपोर्ट दिखानी होगी. ये रिपोर्ट श्रद्धालु अपने मोबाइल पर अथवा हार्ड कॉपी में दिखा सकेंगे. मेला इस माह के अंत से शुरू होगा.
25 मार्च को एकादशी, जल्द तिथि घोषित-
फाल्गुनी एकादशी 25 मार्च की है. ऐसे में मुख्य मेला इसी दिन होगा. हालांकि मेला कितने दिन का होगा यह अभी तय करना बाकी है. कलक्टर ने बताया कि जल्द ही मेले की तिथि घोषित कर दी जाएगी.
पहले मेला हुआ था रद्द-
ज्ञात हो कि “न्यूज़ क्राइम 24” ने इस खबर को विस्तारपूर्वक दिखाया था, जिसमे कोरोना संक्रमण के बीच जिला प्रशासन ने 29 जनवरी को पहले मेला नहीं आयोजित करने का फैसला लिया था, यह फैसला भी मंदिर कमेटी व जिला प्रशासन की बैठक में हुआ था. जिसके बाद श्राद्धलुओं ने जहां एक तरफ दुख प्रकट किया था तो वहीँ दूसरी तरफ सरकार के इस फैसले से काफी आक्रोश थे. वहीं श्याम भक्त राज्य प्रशासन, जिला प्रशासन एवं श्याम मंदिर कमिटी से मांग कर रहे थे की लिए गए फैसले पर फिर से विचार-विमर्श कर के फैसला लें, जिसके बाद राज्य सरकार की गाइडलाइन के हिसाब से फाल्गुनी लक्खी मेले के आयोजन को मंजूरी मिल गई है।