बिहार

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन

अररिया, रंजीत ठाकुर  जिले में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन योजना के सफल क्रियान्वयन को लेकर जरूरी पहल की जा रही है। योजना का मुख्य उद्देश्य जिले में उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं का डिजिटेलाइजेशन किया जाना है। इसके तहत जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थान जैसे सदर अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र , प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, उप स्वास्थ्य केंद्र व हेल्थ फैसिलिटी का आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत पंजीकृत किया जा रहा है। स्वास्थ्य संस्थानों के रजिस्ट्रेशन के लिये सिविल सर्जन को नोडल व जिला अनुश्रवण व मूल्यांकन पदाधिकारी को वेरिफायर नामित किया गया है।

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत सभी हेल्थ प्रोफेशनल व हेल्थ फैसिलिटी का पंजीकरण किया जाना है। इससे सभी पेशेवर चिकित्सा कर्मी व स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी ढांचे तक आधुनिक तकनीक की मदद से आसान पहुंच संभव हो सकेगा। इतना ही नहीं इसके माध्यम से आम लोगों को डिजिटल हेल्थ आईडी जारी किया जायेगा। इसमें लोगों के स्वास्थ्य संबंधी जानकारी डिजिटली संरक्षित रहेगा। इससे देश में कहीं भी लोगों को सहजता पूर्वक अपने इलाज की सुविधा उपलब्ध होगी।

योजना के सफल क्रियान्वयन की हो रही पहल

सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने बताया कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के सफल क्रियान्वयन को जिले के सभी हेल्थ फैसिलिटी व हेल्थ प्रोफेशनल का पंजीकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि डिजिटल हेल्थ मिशन के तहत लोगों को डिजिटल हेल्थ कार्ड बनाया जाना है। कार्ड में किसी व्यक्ति के पूरी मेडिकल हिस्ट्री दर्ज होगी। चिकित्सकीय परामर्श, जांच संबंधी रिपोर्ट सहित अन्य जानकारी इस कार्ड में दर्ज होगी । लोगों को इलाज के लिये चिकित्सीय परचा, जांच रिपोर्ट सहित अन्य कागजात लेकर कहीं जाने की जरूरत नहीं होगी। कार्ड में दर्ज 14 अंकों के यूनिक आईडी के माध्यम से चिकित्सक रोगी से संबंधित पूरी डिटेल देख सकेंगे। मरीज घर बैठे देश के किसी भी डॉक्टर से जरूरी चिकित्सकीय परामर्श प्राप्त कर सकेेंगे।

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बेहतर होंगी स्वास्थ्य सेवाएं, आसान होगी लोगों तक इसकी पहुंच

जिले में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के सफल क्रियान्वयन को लेकर स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्था पिरामल स्वास्थ्य द्वारा जरूरी तकनीकी मदद उपलब्ध कराया जा रहा है। जानकारी देते हुए पिरामल स्वास्थ्य के डीटीएल संजय कुमार झा ने बताया कि डिजिटल माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी व जरूरी सेवाओं तक लोगों की आसान पहुंच सुनिश्चित कराना योजना का मुख्य उद्देश्य है। हेल्थ कार्ड बनाने के लिये नेशनल हेल्थ मिशन की वेबसाइट पर जाकर अपने आधार के माध्यम से कोई भी व्यक्ति आसानी से अपना डिजिटल हेल्थ कार्ड बना सकते हैं।

अब तक 81 चिकित्सक व 761 नर्स का हो चुका है पंजीकरण

सदर अस्पताल सहित जिले के सभी 269 फैसिलिटी का पंजीकरण हो चुका है। पिरामल स्वास्थ्य के पीएल राजीव कुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि मार्च महीने के अंत तक जिले के कुल 81 चिकित्सक कुल 761 एएनएम व जीएनएम का पंजीकरण हो चुका है। सभी 10 प्रखंड स्तरीय चिकित्सा संस्थानों का एबीडीएम एडोपसन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत जिले के चिन्हित लायंस नेत्रालय, मोहिनी देवी मेमोरियल हॉस्पिटल, योगमाया हॉस्पिटल का पंजीकरण आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन योजना के तहत किया गया है। हेल्थ प्रोफेशनल के पंजीकरण की प्रक्रिया फिलहाल जारी है। उन्होंने बताया कि जल्द ही जिले के सभी निजी क्लिनिक, प्राइवेट हॉस्पिटल सहित सभी फॉरमेसी लैब के पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू की जायेगी।

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