तलवाड़ा(प्रवीन सोहल): आम आदमी पार्टी ने बदलाव के नाम पर पंजाब की जनता को मूर्ख बना कर पंजाब की सत्ता तो हासिल कर ली परन्तु बदलाव के नाम पर हर पंजाब बासी अपने आप को ठगा सा महसूस महसूस कर रहा है आप सरकार में आम आदमी तो बदलाव के हसीन सपने देखते देखते मायूस हो गया है परन्तु सर्कल हाजीपुर शराब के ठेकेदारों को दिया बदलाव का तोहफा जरूर दिन दुगुनी रात चौगुनी तरक्की कर रहा है l और इस बदलाव के सदका शराब ठेके दिन रात चांदी कूट रहे हैं l
क्योंकि सर्कल हाजीपुर में सरकार को करोडों रुपए बोली देकर ठेके लेने की जरूरत नहीं महज 25 हज़ार रुपए सर्कल हाजीपुर के शराब कारोबारियों को दो ओर चाहे सब्जी की दुकान हो चाहे किराने की यहां मर्जी ठेका खोलो जब दिल में आए शराब के दाम वढा दो उसमें चाहे शराब को एम आर पी के ऊपर जितने मर्जी दाम वढा कर बेचते रहो कोई पूछने बाला नहीं है उपर से सोने पे सुहागा आबकारी विभाग भी पूरी तरह से इस गोरख धंधे में लिप्त माफिया को है तरह कानूनी रूप देने के लिए तत्पर रहता है l
उक्त जानकारी देते हुए शिव सेना बाल ठाकरे एकनाथ शिंदे ग्रुप जिला चेयरमैन सन्नी तथा जिला प्रधान अतुल ने कहा कि पंजाब में पहले से ही सरकारों ने कई प्रकार के माफिया को प्रोत्साहित करके राज्य में सक्रिय किया है परन्तु अब सर्कल हाजीपुर में शराब ठेकेदार एक ओर माफिया के रूप में बड़ी तेजी से पनप रहा है जिसका असर इस प्रकार हावी है कि जिले का प्रशासन भी इनके खिलाफ कार्रवाई करने से घबराता है l
इस घबराहट का सीधा मतलब है इनकी राजनीतिक पहुंच l क्योंकि पिछले दिनों हंदवाल के अवैध ठेके पर आबकारी निरीक्षक मनजीत कौर ने माना था कि इसकी पिछले साल की फीस 2 लाख रुपए 31 मार्च 2022 तक जमा थी नए फीस के बारे में एक महीने बाद जानकारी देंगे l जब तक वह एक महीने बाद जानकारी देंगे तो हर रोज सरकारी खजाने को कितना चूना विभाग की मिलीभगत से लगेगा यह बताने की जरूरत नहीं है।
जब इस सम्बन्ध में आबकारी निरीक्षक मनजीत कौर से बात की तो उन्होंने पहले तो यह पूछा कि यह वेडिंग गांव कहां है। जब निरीक्षक महोदया को उनके अधिकार क्षेत्र में आते गांव का ही पता नहीं है तो लगभग पिछले कुछ वर्षों से यह ठेका उनके क्षेत्र में अवैध रूप से कैसे चल रहा है l यहां कुछ वर्ष पहले जब स्थानीय लोगों ने उक्त ठेका खोलने का विरोध किया था तो निरीक्षक महोदया वहां पर ठेकेदारों के पक्ष में फैसला करवाने आई थी l यह सारा काला खेल किस और इशारा कर रही है जग जाहिर है।