बिहार

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित

कटिहार, (न्यूज़ क्राइम 24) जिला प्रशासन मुख्यालय में जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा जिले के सभी प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्रों में चलाए जा रहे विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रम की जानकारी लेते हुए सभी स्वास्थ्य योजनाओं में विशेष विकास का आवश्यक निर्देश दिया है। जिलाधिकारी द्वारा जिले में संचालित मातृ-शिशु स्वास्थ्य सुविधा, गैर संचारी रोग नियंत्रण सुविधा, टीबी उन्मूलन कार्यक्रम, एनीमिया मुक्त अभियान, भव्या कार्यक्रम, परिवार नियोजन सुविधा, स्वास्थ्य विभाग के नीति आयोग इंडिकेटर में विकास, टीकाकरण व्यवस्था, गंभीर नवजात शिशु स्वास्थ्य जांच के लिए एसएनसीयू व्यवस्था और सभी प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्रों और उपस्वास्थ्य केंद्रों के एनक्यूएएस प्रमाणीकरण के लिए आवश्यक तैयारी करते हुए संबंधित रिपोर्ट जिला एवं राज्य स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट करने का निर्देश दिया गया। समीक्षात्मक बैठक में सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ सिंह, एसीएमओ डॉ जे पी सिंह, डीपीएम डॉ किशलय कुमार, डीसीएम अश्विनी मिश्रा, सीडीओ डॉ अशरफ रिजवी सहित अन्य जिला एवं प्रखंड स्वास्थ्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित रहे।

एनसीडी मेगा ड्राइव द्वारा लोगों को उपलब्ध हो रहे सुविधा की ली गई जानकारी :

जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा द्वारा सभी प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्रों में गैर संचारी रोग (एनसीडी) नियंत्रण के लिए संचालित मेगा ड्राइव सुविधाओं की जानकारी ली गई। जिलाधिकारी द्वारा कहा गया कि 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को विभिन्न गैर संचारी रोग से ग्रसित होने की संभावना अधिक होती है। ऐसे में स्वास्थ्य केंद्रों पर जांच के लिए उपलब्ध लोगों के गैर संचारी रोग का विशेष जांच और उपचार सुविधा आवश्यक होना जरूरी है। गैर संचारी रोग में लोगों द्वारा मधुमेह, गुर्दे की बीमारी, कर्कट रोग, हृदय रोग, अस्थिसंध्यार्ति, ऑस्टियोपोरोसिस, अल्जाइमर रोग, मोतियाबिंद, पार्किंसन रोग, स्वप्रतिरक्षितरोग, स्ट्रोक और अन्य बीमारी शामिल हैं। ऐसे रोग ग्रसित लोगों का स्वास्थ्य केंद्रों में नियमित रूप से उपचार सुविधा उपलब्ध कराई जाती है जिससे संबंधित व्यक्ति ग्रसित बीमारियों को नियंत्रित रख सकते हैं।

इसके लिए सभी स्वास्थ्य केंद्रों में मार्च तक मेगा ड्राइव अभियान चलाया जा रहा है जिसके तहत सभी गैर संचारी रोग से ग्रसित मरीजों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी आवश्यक स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी द्वारा सभी स्वास्थ्य केंद्रों में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर नियंत्रण की भी जानकारी ली गई। जिलाधिकारी द्वारा कहा गया कि महिलाओं के गर्भावस्था के बाद से प्रसव तक माँ और नवजात शिशु के बेहतर स्वास्थ्य के लिए नियमित जांच, टीकाकरण और पोषण व्यवस्था का ध्यान रखना जरूरी है। इससे मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को जिले में नियंत्रित रखा जा सकता है। इसके लिए जिलाधिकारी द्वारा सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को गर्भवती महिलाओं की नियमित रूप से प्रसव पूर्व जांच और टीकाकरण सुविधा उपलब्ध कराने का आवश्यक निर्देश दिया गया।

सभी प्रखंड में टीबी मुक्त पंचायत बनाने पर दिया जा रहा जोर :

Advertisements
Ad 1

समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा द्वारा सभी प्रखंड में टीबी मुक्त पंचायत बनाने पर विशेष निर्देश जारी किया गया। इसके लिए स्वास्थ्य अधिकारियों को सभी प्रखंड के विशेष अभियान चलाते हुए टीबी ग्रसित मरीजों की पहचान कर उनका उपचार करने और लोगों को टीबी लक्षण दिखाई देने पर तत्काल चिकित्सकीय सहायता प्राप्त करने के लिए जागरूक करने का निर्देश दिया गया। वर्तमान में जिले के कुछ पंचायत टीबी मुक्त घोषित किया गया है। जिलाधिकारी द्वारा आगे अन्य पंचायत को टीबी मुक्त घोषित करने के लिए स्क्रीनिंग और जागरूकता अभियान चलाने का अधिकारियों को निर्देश दिया गया। जिलाधिकारी द्वारा जिले में एनसीडी और टीबी उन्मूलन को 100 दिन में शत प्रतिशत पूरा करने का स्वास्थ्य अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। इसके अलावा जिलाधिकारी द्वारा जिले में सिकल सेल एनीमिया ग्रसित लोगों की स्क्रीनिंग करते हुए ग्रसित मरीजों को चिकित्सकीय सहायता प्रदान करते हुए जिले को एनीमिया मुक्त अभियान बनाने का निर्देश दिया गया।

लोगों को परिवार नियोजन सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश :

समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी द्वारा सभी स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मियों को परिवार नियोजन पखवाड़े के दौरान परिवार नियोजन के सभी सुविधाओं का ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभान्वित करने का निर्देश दिया गया है। इसमें जिला एवं प्रखंड स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा लोगों को परिवार नियोजन के स्थायी सुविधा उपलब्ध कराते हुए स्वास्थ्य उपकेंद्रों और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर द्वारा परिवार नियोजन के अस्थायी सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। परिवार नियोजन के स्थायी सुविधा के लिए लोगों को बंध्याकरण और पुरूष नसबंदी सुविधा के साथ साथ अस्थायी सुविधा के लिए आपातकालीन गर्भनिरोधक गोली ईजी पिल्स, दैनिक गर्भनिरोधक गोली माला-एन, साप्ताहिक गोली छाया, तीन माह के लिए अंतरा सुई, कॉपर टी और कॉन्डोम सुविधा सभी स्वास्थ्य केंद्रों में माध्यम से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया।

नीति आयोग इंडिकेटर के दूसरे रैंकिंग के लिए स्वास्थ्य विभाग को मिला अवार्ड :

समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी द्वारा स्वास्थ्य विभाग को नीति आयोग के स्वास्थ्य इंडिकेटर्स में देश में दूसरे स्थान पर रहने पर सभी अधिकारियों को अवार्ड दिया गया। जिलाधिकारी द्वारा आगे भी स्वास्थ्य विभाग को नीति आयोग इंडिकेटर में देश में पहले स्थान पर बने रहने का निर्देश दिया गया। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा द्वारा गर्भवती महिलाओं और बच्चों के नियमित टीकाकरण सुविधा की जानकारी प्राप्त करते हुए सभी लाभार्थियों को शत प्रतिशत टीकाकरण सुविधा नियमित रूप से उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। इसके साथ साथ सदर अस्पताल और प्रखंड स्वास्थ्य केंद्रों में संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को एनक्यूएएस (राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक) के अनुरूप स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराते हुए संबंधित केंद्रों को राज्य एवं नेशनल एनक्यूएएस प्रमाणपत्र हासिल करने का निर्देश दिया गया। समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी मनेश कुमार मीणा द्वारा स्वास्थ्य केंद्र के ओपीडी में बेहतर चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने के लिए राज्य स्वास्थ्य मंत्री द्वारा जारी प्रशंसा पत्र डॉ विंकर को सौंपा गया। जिलाधिकारी द्वारा अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को भी स्थानीय लोगों को स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा बेहतर स्वास्थ्य सुविधा लोगों को उपलब्ध कराने का आवश्यक निर्देश दिया गया।

Related posts

अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग की अध्यक्षता में बिहार दिवस समारोह के आयोजन हेतु बैठक हुई

लोजपा जिलाध्यक्ष ने जिला सचिव एवं महासचिव को किया मनोनीत

न्यूज़ क्राइम 24 द्वारा होली मिलन समारोह का आयोजन

error: