फुलवारीशरीफ, अजित। इस्लामिया टी.टी. (बी.एड.) कॉलेज, फुलवारी शरीफ में मंगलवार को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस बड़े उत्साह और गरिमा के साथ मनाया गया. कार्यक्रम का उद्देश्य भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अबुल कलाम आज़ाद की जयंती के अवसर पर शिक्षा के महत्व और उसके माध्यम से राष्ट्र निर्माण के संदेश को जन-जन तक पहुँचाना था।
इस्लामिया ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन के अध्यक्ष डॉ. हाजी खुर्शीद हसन ने अपने संबोधन में कहा कि शिक्षा ही एकमात्र ऐसा साधन है जो व्यक्ति को समाज में सम्मान दिला सकता है. उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे ज्ञान के साथ-साथ नैतिक मूल्यों को भी अपने जीवन में अपनाएं।
प्राचार्य आर.के. अरुण ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा दिवस हमें शिक्षा के महत्व को याद दिलाता है और हमें शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए प्रेरित करता है. आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. अली इमाम ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षकों को अपने आचरण से ही छात्रों के लिए आदर्श प्रस्तुत करना चाहिए।
रूबी नाज़ ने गीता के श्लोक और कुरान शरीफ के आयत का जिक्र किया. समरीन अंजुम, राहुल, अजीत, सबा, सादिया और निशांत कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए और नैतिक मूल्यों को अपने जीवन में अपनाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम के अंत में सभी शिक्षकों और छात्रों ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार और समाज में ज्ञान के प्रसार हेतु मिलकर कार्य करने का संकल्प लिया।
