फुलवारी शरीफ, (न्यूज़ क्राइम 24) बिहार सरकार की नीतियों और दिशाहीन बजट के विरोध में भाकपा माले के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने संपतचक में एक जोरदार प्रतिवाद मार्च निकालते हुए प्रदर्शन किया. इस दौरान सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई और चेतावनी दी गई कि अगर जल्द ही उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो बड़े पैमाने पर आंदोलन छेड़ा जाएगा.
मार्च का नेतृत्व कर रहे भाकपा माले के नेता सत्यानंद कुमार ने बताया कि आज दिनांक 6 मार्च 2025 को संपतचक उप स्वास्थ्य केंद्र से प्रारंभ होकर प्राथमिक विद्यालय गोपालपुर, थाना गोपालपुर मोड़ होते हुए प्रखंड एवं अंचल कार्यालय तक यह प्रतिवाद मार्च निकाला गया. इसके बाद कार्यालय परिसर में सभा आयोजित की गई, जिसमें नेताओं ने सरकार की जनविरोधी नीतियों की कड़ी आलोचना की.
प्रदर्शनकारियों ने आशा, रसोईया, आंगनवाड़ी, जीविका कर्मियों, बेल्ट्रॉन डाटा एंट्री ऑपरेटर, सफाई कर्मियों सहित लाखों अनुबंध कर्मियों की मांगों को पूरा किये जाने,गरीबों को 200 यूनिट मुफ्त बिजली और ₹3000 की सामाजिक सुरक्षा पेंशन गारंटी लागू करने,महा गरीब परिवारों के लिए ₹2 लाख की सहायता राशि प्रदान करने के लिए पोर्टल 31 मार्च तक खोलने,सभी रिक्त पदों पर जल्द से जल्द बहाली,
सभी भूमिहीन परिवारों को वास-आवास की गारंटी दिए जाने,एपीएमसी एक्ट को पुनः लागू किया जाए और बटाईदार किसानों को पहचान पत्र व सरकारी सहायता दिए जाने की पुरजोर मांग करते हुए प्रदर्शन किया.
प्रदर्शन के दौरान प्रखंड कार्यालय पर बिहार सरकार के बजट का पुतला दहन किया गया. भाकपा माले नेता सुरेश सिंह ने पुतला दहन की अगुवाई करते हुए कहा कि यह बजट गरीब विरोधी है, जिसमें गरीबों और मजदूरों की उपेक्षा की गई है.
सभा को संबोधित करते हुए सत्यानंद कुमार और राम पुकार राम ने कहा कि डबल इंजन की सरकार गरीबों को विकास के नाम पर बुलडोजर से उजाड़ रही है. उन्होंने चेतावनी दी कि 2025 में जनता इस सरकार को उखाड़ फेंकेगी.उन्होंने कहा कि आरएसएस-भाजपा को मजबूत करने वाले नीतीश कुमार, चिराग पासवान और जीतनराम मांझी को भी जनता सबक सिखाएगी.सभा में मौजूद सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की और गरीबों के हक की लड़ाई को और तेज करने का संकल्प लिया.जब तक गरीबों, मजदूरों और किसानों की मांगें पूरी नहीं होतीं, तब तक संघर्ष जारी रहेगा