फुलवारी शरीफ, (न्यूज़ क्राइम 24) कभी एक ही मोहल्ले में साथ-साथ खेलना कूदना और जवान हुए. जमीन कारोबार से जुड़े और जमीन के व्यवसाय में हुए विवाद ने इतना
तुल पकड़ा कि अपनों के ही खून के कातिल बन गए. क्या कहानी है पुनपुन के युवा जदयु नेता सौरभ पटेल हत्याकांड की. पटना पुलिस ने ढाई महीने पहले पुनपुन के शिवनगर के रहने वाले युवा नेता सौरभ पटेल हत्याकांड का खुलासा करते हुए उसके अपने दोस्तों पर ही जमीन विवाद में हुए घाटे को लेकर सुपारी देकर हत्या कराये जाने की घटना का पर्दाफाश किया है. पुलिस में मृत्यु युवा जदयू नेता सौरभ पटेल के करीबी तीन दोस्तों को सुपारी देने के आरोप में और सुपारी किलर समेत कुल 7 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.पुलिस सामने इन लोगों ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया है. पुलिस को इनके पास से हत्याकांड में प्रयुक्त अपाचे भी बरामद हो गया. इसके अलावा पुलिस ने हथियार व भारी मात्रा में जिंदा कारतूस भी इन लोगों के पास से बरामद किया है. सौरभ पटेल हत्याकांड के खुलासा के बाद स्थानीय लोग अचंभित हैं कि उनके बीच अच्छी दोस्ती थी. हालांकि जमीन कारोबार के विवाद में कुछ अनबन जरूर चल रहा था लेकिन किसी के परिवार वालों को यकीन नहीं हुआ कि इन लोगों ने सौरव पटेल की हत्या करवा दी.
मालूम हो कि युवा जदयू नेता सौरभ पटेल को उस वक्त अपराधियों ने गोलियों से चलने का मौत के घाट उतार दिया था जब वह बढ़हीया कोल में अपने ननिहाल में रिसेप्शन पार्टी से वापस लौट रहे थे. इस गोलीबारी में एक और दोस्त मुनमुन को भी गोली लगा था जो अस्पताल में इलाजरत है.
पटना के सिटी एसपी भरत सोनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पुनपुन के शिवनगर के रहने वाले स्वर्गीय मास्टर साहब के बेटे और जेडीयू से जुड़े युवा नेता सौरभ पटेल की हत्या में उसके दोस्त रहे अविनाश उर्फ राइफल, दीपक कुमार और शशि रंजन ने 14 लाख रुपया का जमीन बेचकर डोमनाचक के रहने वाले पप्पू चंद्रवंशी को सुपारी दिया था. सौरभ पटेल की हत्या में सुपारी रूप में ₹700000 का अग्रिम भुगतान भी किया गया था. गिरफ्तार अविनाश दीपक और शशि रंजन मैं पुलिस को बताया है की जमीन के कारोबार में पहले सौरभ पटेल के साथ विवाद हुआ था. जमीन के कारोबार में लोग जहां जमीन खरीद बिक्री कर रहे थे सौरभ पटेल के उसी जमीन कारोबार में आ जाने से इन लोगों को लगातार घाटा हो रहा था. तीनों ने मिलकर सौरभ पटेल को रास्ते से हटाने के लिए उसकी हत्या सुपारी दे दिया. इतना ही नहीं इन तीनों ने शातिर तरीके से हत्याकांड के बाद सड़क जाम कैंडल मार्च और उसकी प्राथमिकी दर्ज होने के साथ-साथ बराबर सौरभ के परिवार से जुड़े रहा. इनका मकसद था कि सौरभ पटेल के परिवार वालों को उन लोगों पर जरा भी शक नहीं हो इसलिए भावनात्मक रूप से जुड़े होने का ढोंग कर रहे थे. एसपी ने बताया कि सबसे पहले हत्या कांड में इन लोगों की गतिविधियों की रेकी की गई. इसके बाद एक अपराधी विक्की चंद्रवंशी को गिरफ्तार कर पूछताछ किया गया.
गिरफ्तार अपराधकर्मियों शशिरंजन कुमार उम्र करीब 28 वर्ष पिता सत्येन्द्र सिंह ग्राम चकपिपरा थाना पीपरा जिला पटना,अविनाश कुमार उर्फ राईफल उम्र करीब 29 वर्ष पिता स्व० सुबोध सिंह ग्राम शिवनगर थाना परसा बाजार, पप्पु कुमार उम्र करीब 40 वर्ष पिता स्व० रामचन्द्र प्रसाद ग्राम डोमनचक थाना गोपालपुर जिला पटना, विक्की कुमार उर्फ होंदा उम्र करीब 24 वर्ष पिता आदित्य प्रसाद सा० सैदानीचक, सत्यम कुमार झा उम्र करीब 26 वर्ष पिता सत्यदेव ग्राम दरियापुर ममताधाम थाना परसाबाजार,दीपक कुमार उम्र करीब 25 वर्ष पिता स्व० नागेन्द्र सिंह ग्राम पैमार थाना पुनपुन एवं श्यामनारायण सिंह उम्र करीब 50 वर्ष पिता स्व० दहाउर सिंह ग्राम नुरमोईद्दीनपुर थाना परसा बाजार को जेल भेजा गया है. इनके पास से 1 पिस्टल, 3 मैगजीन एवं 16 जिंदा कारतुस 1 देशी कट्टा एवं घटना में प्रयुक्त अपाची मोटरसाईकिल को बरामद कर लिया गया है.