पूर्णिया, (न्यूज़ क्राइम 24) मरीजों को घर के नजदीक आसानी से चिकित्सकीय सहायता का लाभ उपलब्ध हो सके इसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी स्वास्थ्य केंद्रों में बेहतर चिकित्सकीय व्यवस्था उपलब्ध कराने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए जिला एवं प्रखंड अस्पतालों के साथ साथ सामुदायिक क्षेत्रों में कार्यरत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को भी तैयार किया जा रहा है। घर के नजदीकी चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध होने से लोगों को सामान्य बीमारी के उपचार के लिए जिला मुख्यालय पहुँचकर भीड़भाड़ वाले अस्पतालों का चक्कर लगाने से छुटकारा मिल रहा है। इसके साथ साथ ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण अस्पताल होने से लोगों को आसानी से बिना पैसा खर्च किये सभी सामान्य बीमारियों के उपचार के लिए आवश्यक दवाइयां भी उपलब्ध हो रही है। इससे लोगों को बहुत लाभ मिल रहा है और लोग विभिन्न बीमारियों के गंभीर होने से पहले स्वस्थ हो रहे हैं।
सभी स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों के लिए उपलब्ध कराई जा रही है सुविधा :
डीसीक्यूए डॉ अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा मरीजों को मिलने वाले सुविधाओं में उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर राज्य एवं केंद्र स्वास्थ्य विभाग द्वारा मूल्यांकन करने के बाद अंक प्रदान करते हुए किया जाता है। इसके लिए जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा संबंधित अस्पताल को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सकीय व्यवस्था के लिए तैयार किया जाता है। इसके बाद संबंधित अस्पताल का जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा मूल्यांकन करने के बाद सभी व्यवस्था अनुकूल पाए जाने पर राज्य स्वास्थ्य विभाग को राज्य प्रमाणपत्र मूल्यांकन करने के लिए आवेदन किया जाता है। उसके बाद राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा सरकारी और सहयोगी संस्था के स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा अस्पताल का मूल्यांकन करते हुए अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली जाती है। इसके आधार पर अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के अनुसार उपलब्ध सुविधाओं के आधार पर अंक प्रदान किया जाता है।
इसके बाद राज्य स्वास्थ्य विभाग से संबंधित रिपोर्ट का मूल्यांकन करने के बाद अस्पताल को राज्य प्रमाणीकरण जारी किया जाता है जिसके बाद संबंधित अस्पताल केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग को गुणवत्ता आश्वासन मानक के लिए आवेदन करने के अनुकूल हो जाता है। आवेदन के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य विशेषज्ञों की टीम द्वारा अस्पताल का मूल्यांकन किया जाता है। इस दौरान टीम द्वारा अस्पताल में उपलब्ध सुविधाओं के साथ साथ स्थानीय लोगों द्वारा इससे मिलने वाली लाभ की जानकारी ली जाती है। सभी सुविधाओं के अनुसार केंद्रीय टीम द्वारा मूल्यांकन के आधार पर अस्पताल को अंक प्रदान किया जाता है। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के केंद्रीय प्रमाणिकरण प्राप्त होने पर संबंधित अस्पताल को स्वास्थ्य विभाग द्वारा अगले तीन साल के लिए सहयोग राशि प्रदान किया जाता है जिससे कि अस्पताल से स्थानीय लोगों को नियमित रूप से गुणवत्तापूर्ण चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध हो सके।
01 शहरी स्वास्थ्य केंद्र को मिल गया है गुणवत्तापूर्ण सुविधा के लिए केंद्रीय प्रमाणपत्र, 01 शहरी स्वास्थ्य केन्द्र को मिला है राज्य प्रमाणपत्र :
डॉ अनिल कुमार शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय गुणवत्तापूर्ण आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के लिए जिले के सभी अस्पतालों को तैयार किया जा रहा है। इसके अनुसार पूर्णिया जिले के 01 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग द्वारा एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया है जबकि 01 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रमाणपत्र जारी किया गया है। केंद्रीय प्रमाणपत्र मिलने पर संबंधित अस्पताल को अगले तीन साल तक 03 लाख रुपए प्रति साल के अनुसार सहयोग राशि प्रदान किया जाएगा जिससे कि अस्पताल में उपलब्ध गुणवत्तापूर्ण सुविधा मरीजों के लिए जारी रखा जा सके। राज्य प्रमाणीकरण प्राप्त अस्पताल को केंद्रीय स्वास्थ्य मूल्यांकन के लिए तैयार किया जा रहा है। बहुत जल्द केंद्रीय टीम द्वारा संबंधित अस्पताल का मूल्यांकन किया जाएगा। सभी अस्पतालों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के अनुसार तैयार करने में जिला स्वास्थ्य विभाग को यूनिसेफ द्वारा आवश्यक सहयोग प्रदान किया जा रहा है।
अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में भी उपलब्ध कराई जा रही गुणवत्तापूर्ण चिकित्सकीय सहायता :
सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार कनौजिया ने बताया कि लोगों को आसानी से चिकित्सकीय सहायता प्रदान करने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के साथ साथ अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों को भी राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के अनुरूप तैयार किया जा रहा है। इसके लिए पूर्णिया जिले के 03 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को राज्य एनक्यूएएस प्रमाणीकरण के लिए तैयार किया जा रहा है जबकि सभी प्रखंडों से 01 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और 03 स्वास्थ्य उपकेंद्र/हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को भी तैयार किया जा रहा है। अबतक पूर्णिया जिले के 02 अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को राज्य प्रमाणीकरण मिल गया है और उसे केंद्रीय प्रमाणपत्र के लिए तैयार किया जा रहा है।
वहीं जिले के 01 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को राज्य एनक्यूएएस प्रमाणीकरण मिल चुका है जिसे केंद्र प्रमाणीकरण के लिए तैयार किया जा रहा है जबकि 01 हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का राज्य प्रमाणीकरण के लिए आवेदन किया गया है। जिले के 02 और हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को राज्य एनक्यूएएस प्रमाणपत्र तैयार कर बहुत जल्द मूल्यांकन के लिए आवेदन किया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ कनौजिया ने कहा कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) मिलने पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल को आवश्यक सहयोग राशि मिलेगा जिससे लोगों को आसानी से नजदीकी क्षेत्र में चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध हो सकेगी और लोग आसानी से इसका लाभ उठा सकेंगे।