पटना : प्रधानमंत्री जी को दलितों/पिछड़ों/अतिपिछड़ों के जीवन से जुड़े आरक्षण जैसे संवेदनशील मुद्दे पर बात करने से पूर्व पर्याप्त जानकारी प्राप्त कर लेनी चाहिए। एक प्रधानमंत्री को संविधान और आरक्षण जैसे मुद्दे पर जानकारी का अभाव हो, यह उचित प्रतीत नहीं होता है।
सर्वप्रथम प्रधानमंत्री जी को भारत रत्न जननायक कर्पूरी ठाकुर जी के “आरक्षण मॉडल” (𝐑𝐞𝐬𝐞𝐫𝐯𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐌𝐨𝐝𝐞𝐥) को अच्छे से समझ कर उसका अध्ययन करना चाहिए। सबसे पहले 𝟏𝟗𝟕𝟕 में बिहार में जननायक कर्पूरी ठाकुर जी ने सभी धर्मों की सामाजिक रूप से पिछड़ी जातियों के लिये आरक्षण की व्यवस्था की थी। मंडल कमीशन की रिपोर्ट में भी सभी धर्मों के सामाजिक रूप से पिछड़ी जातियों के लिए आरक्षण की सिफारिशें है। 𝐏𝐌 को यह भी नहीं पता कि उनमें से कुछ सिफारिशें लागू है।