बिहार

समीक्षात्मक बैठक में स्वास्थ्य योजना के प्रभावी क्रियान्वयन की बनी रणनीति

अररिया, रंजीत ठाकुर। जिले में संचालित स्वास्थ्य सेवाओं की मासिक समीक्षात्मक बैठक बुधवार को आयोजित की गयी। समाहरणालय स्थित परमान सभागार में वरीय स्वास्थ्य अधिकारियों की अगुआई में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं की प्रखंडवार उपलब्धियों की गहन समीक्षा की गयी। इसमें मातृ-शिशु स्वास्थ्य संबंधी मामलों के साथ मिशन इंद्रधनुष, वेक्टर बॉर्न डिजीज के नियंत्रण को लेकर जिले में किये जा रहे प्रयासों के साथ लक्ष्य प्रमाणीकरण, टेलीकंस्लटेशन सहित स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं पर चर्चा करते इसके सुदृढ़ीकरण संबंधी रणनीति पर विचार किया गया।

नियमित टीकाकरण का आच्छादन 95 फीसदी करने का लक्ष्य –


जिले में नियमित टीकाकरण के आच्छादन में सुधार को लेकर संचालित मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम पर चर्चा करते हुए जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज ने बताया कि जिले में नियमित टीकाकरण का आच्छादन 95 फीसदी करने का लक्ष्य निर्धारित है। टीकाकरण को बढ़ावा देने के लिये लोगों को जागरूक करने को लेकर विशेष पहल किये जाने की जानकारी उन्होंने दी। उन्होंने बताया कि इसके तहत कम आच्छादन व रिफ्यूजल वाले इलाकों में जन जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से राज्यस्तर से नुक्कड़ नाटक कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। इसे लेकर जिले में कुल 101 स्थान चिह्नित किये गये हैं।

फाइलेरिया उन्मूलन को प्रभावी बनाने की होगी पहल-

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वेक्टर जनित रोग नियंत्रण को लेकर किये जा रहे प्रयासों पर चर्चा करते हुए जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने कहा कि फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा में एक कदम आगे बढ़ते हुए अररिया इलेमिनेशन फेज में जा पहुंचा है। अक्टूबर माह से ही जिले में फ्री टास्क का आयोजन प्रस्तावित है। इसमें सभी प्रखंडों में फाइलेरिया मरीजों की खोज को लेकर विशेष अभियान संचालित किया जायेगा। हर प्रखंड में इसके तहत तीन साइट बनाये जायेंगे। प्रति साइट जांच के लिये 300 लोगों के रक्त सैंपल संग्रह किये जायेंगे। उन्होंने बताया कि जिले में कालाजार के मामलों पर प्रभावी नियंत्रण के लिये आईआरएस का छिड़काव जारी है।

फिलहाल तीन प्रखंडों में अभियान जारी है। अगले कुछ दिनों में सभी प्रखंडों में छिड़काव का कार्य संपन्न हो चुका है। वहीं उन्होंने बताया कि जिले में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ कर 51 हो गयी है। अब तक डेंगू से दो मौत होने की जानकारी उन्होंने दी। जिन्हें समय रहते बेहतर इलाज के लिये हायर सेंटर रेफर किया गया था। पीएमसीएच पटना व मधेपुरा मेडिकल कॉलेज में लंबे इलाज के बाद मरीजों के मौत की जानकारी उन्होंने दी। डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर सभी पीएचसी को जांच के लिये जरूरी किट, प्रभावित इलाकों में छिड़काव के लिये टेमीफोस की दवा पर्याप्त उपलब्ध कराने की जानकारी उन्होंने दी।

एचआईएमएस रिपोर्ट को अद्यतन व त्रुटी रहित बनाना जरूरी-


जिला मूल्यांकन व अनुश्रवण पदाधिकारी पंकज कुमार ने एचआईएमएस रिपोर्ट में अद्यतन डेटा की इंट्री व इसमें व्याप्त विसंगतियों में सुधार पर बल दिया। वहीं डीसीक्यूए मधुबाला ने बताया कि चित्तीय वर्ष 2023-24 में सदर अस्पताल अररिया, अनुमंडल अस्पताल फारबिसगंज सहित सीएचसी सिकटी, सीएचसी नरपतगंज, सीएचसी रानीगंज को लक्ष्य प्रमाणीकरण दिलाने का लक्ष्य निर्धारित है। विभागीय स्तर से इसे लेकर जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। बैठक में सभी एमओआईसी, बीएचएम, बीसीएम सहित संबंधित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी व कर्मी मौजूद थे।

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