फुलवारी शरीफ, अजित रमजान में नेकी कमाने और खुदा की इबादत से ज्यादा से ज्यादा गरीब जरूरतमंद लोगों की सेवा कमाने के लिए बच्चे बुजुर्ग महिलाएं सभी रोजा रख रहे हैं.
गुलिस्तान मोहल्ला फुलवारी शरीफ में रहने वाली छः साल की दो जुड़वा बहनों ने भी रोजा रखने की जिद पकड़ ली और परिवार के लोगों के समझाने बुझाने पर भी नहीं मानी.बाद में इजाजत मिलने पर रोजा रखा.परिवार वालों ने पहला रोजा रखने की इजाजत दे दी. अम्मी और अब्बू से रोजे रखने की इजाजत मिलते ही आलीया और फातिमा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा.इतनी कम उम्र होने के बाद भी आलिया और नरगिस ने बड़ी शिद्दद के साथ पहला रोजा रखा. रोजे के दौरान खुदा से इबादत कर घर परिवार, देश और दुनिया में शांति की कामना की.
पिता जुनैद अहमद और मां बेटी की इबादत से काफी खुश हैं. परिवार का कहना है कि आलिया और नरगिस ने उनसे जिद करते हुए कहा कि वो भी माहे रमजान में पहला रोजा रखेंगी. परिवार वाले पहले तो खुश हुए फिर बच्ची की छोटी उम्र को देखते हुए परेशान भी हुए कि कहीं बच्ची को कोई दिक्कत न हो.मामा इमरान और परिवार के दूसरे सदस्यों ने भी पहला रोजा मुकम्मल होने पर दोनों को दुआएं दी और गिफ्ट भी दिया.