बिहार

सदर अस्पताल में श्वसन विकार से ग्रसित नवजात का समुचित इलाज होगा संभव

अररिया, रंजीत ठाकुर श्वसन संबंधी समस्याएं नवजात मृत्यु के प्रमुख कारणों में से एक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक सबसे अधिक नवजात की मौत समय से पहले जन्म, जन्म के समय कम वजन व श्वसन संबंधी अन्य समस्याओं की वजह से होती है। श्वसन संबंधी समस्याओं की वजह से होने वाले नवजात की मौत पर अंकुश लगाने के लिये जिला स्वास्थ्य विभाग ने उल्लेखनीय प्रगति की है। सदर अस्पताल के विशेष नवजात देखभाल इकाई यानी एसएनसीयू में सीपैप (कंटिन्यूअस पॉजिटिव एयरवे प्रेशर मशीन) न सिर्फ प्रतिष्ठापित किया गया। बल्कि इसकी मदद से जरूरतमंद बच्चों का इलाज भी शुरू हो चुका है। स्वास्थ्य विभाग इसे अपनी एक बड़ी उपलब्धि के तौर पर देखता है।

नवजात के उपचार में प्रयुक्त महत्वपूर्ण उपकरण है सीपैप
सीपैप यानी कंटिन्यूअस पॉजिटिव एयरवे प्रेशर मशीन एक मेडिकल उपकरण है। जो जन्मजात श्वसन विकार के शिकार नवजात के उपचार में बेहद उपयोगी है। सीपैप मशीन लगातार साकारात्मक दबाव वाली हवा को शिशु के श्वास मार्ग में भेजती है। यह दबाव श्वास मार्ग को खुला रखता है। ताकि शिशु को सांस लेने में आसानी हो। बाल रोग विशेषज्ञ व एसएनसीयू के प्रभारी चिकित्सक डॉ विमल कुमार ने बताया कि यह मशीन मुख्य रूप से उन शिशुओं के लिये उपयोगी है। जिन्हें जन्म के बाद सांस लेने में कठिनाई हो रही हो। समय से पूर्व जन्म लेने वाले बच्चों में ये समस्या अधिक देखी जाती है। दरअसल ऐसे शिशुओं का फेफड़ा पूरी तरह विकसित नहीं हो पाता है। इस कारण शिशु को पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं मिल पाता है। श्वसन मार्ग में किसी तरह की रूकावट, संक्रमण की वजह से होने वाला निमोनिया सहित अन्य कारणों से नवजात का श्वसन प्रक्रिया बाधित होता है। ऐसे बच्चों के उपचार में सीपैप मशीन बेहद उपयोगी व कारगर है।

सीपैप नवजात के उपचार में बेहद उपयोगी


अस्पताल प्रबंधक विकास आनंद ने बताया कि नवजात के उपचार में सीपैप मशीन बेहद उपयोगी है। यह शिशु के फेफड़ों को पूरी तरह विकसित करने में मददगार है। शिशुओं को वेटिलेटर की आवश्यकता से बचान में भी ये बेहद उपयोगी है। यह नवजात को सांस लेने में होने वाली समस्या को कम करने व उनके स्वस्थ विकास में काफी मददगार है।
नवजात शिशुओं के उपचार मामले में हुई महत्वपूर्ण प्रगति

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सदर अस्पताल के प्रभारी अधीक्षक डॉ आकाश राय के मुताबिक एसएनसीयू में सीपैप मशीन की सुविधा की उपलब्धता विभाग के लिये महत्वपूर्ण उपलब्धि है। उन्होंने इसे नवजात शिशुओं के उपचार मामले में महत्वपूर्ण प्रगति बताया। इसकी मदद से नवजात को बेहतर श्वसन सहायता मिल सकती है। इससे गंभीर जटिलताओं से नवजात का बचाव संभव है।

कई मायनों में लोगों को होगा इसका लाभ


सीपैप मशीन को बेहद उपयोगी बताते हुए सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने कहा कि एसएनसीयू में सीपैप मशीन उपलब्ध होने से सांस लेने में कठिनाई की शिकायत वाले बच्चों का तुरंत व प्रभावी इलाज संभव हो सकेगा। समय से पूर्व जन्म लेने वाले बच्चे व श्वसन संबंधी जन्मजात विकार के साथ पैदा होने वाले शिशुओं के लिये ये बेहद फायदेमंद होगा। स्थानीय स्तर पर इलाज उपलब्ध होने से इलाज के लिये अब बच्चों को बड़े अस्पताल रेफर करने की आवश्यकता नहीं होगी। नवजात को तत्काल श्वसन सहायता उपलब्ध होने से नवजात मृत्यु संबंधी मामलों में कमी आयेगी। नवजात के उपचार में होने वाले अभिभावकों के खर्च से राहत मिलेगी। तुरंत उपचार होने से नवजात की सेहत में तेजी से सुधार संभव हो सकेगा।

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