बिहार

विभिन्न मांगो और कार्यपालक पदाधिकारी की मनमानी रोकने के लिए पटना में नगर परिषद व नगर पंचायत अध्यक्षों का हुआ जुटान

पटना, अजीत। शनिवार को पटना के विद्यापति भवन में बिहार के सभी जिला के नगर परिषद अध्यक्ष एवं नगर पंचायत अध्यक्षों का जूटान हुआ. इसमें नगर निकाय की समस्याओं एवं निराकरण पर एक दिवसीय संगोष्ठी में अपने अधिकारों और कई मांगों को लेकर चर्चा की . बिहार मुख्य पार्षद महासंघ का राज्य सम्मेलन अगले माह पटना में किए जाने का प्रस्ताव है.सम्मेलन में बिहार के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री को भी बुलाए जाने की बात तय की गई है . जिसमे मुख्य पार्षद महासंघ के तरफ से मेमोरेंडम के जरिए मांग पत्र दिया जाय.

बिहार मुख्य पार्षद महासंघ के बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि अभी जो हाई कोर्ट में नगर निकाय चुनाव को रद्द करने से संबंधित याचिका दायर है, जिसकी सुनवाई होनी है उस केस को भी मजबूती से मुकाबला किया जाएगा.

कार्यक्रम की अध्यक्षता रमाकांत कुमार टुना पूर्व मुख्य पार्षद अरवल सह वर्तमान मुख्य पार्षद प्रतिनिधि ने किया . उन्होंने बताया कि मुख्य पार्षद स्टैंडिंग/ तैयारी कमेटी की बैठक में कई बिंदुओं पर गहन विचार-विमर्श के बाद कई मांगो को सरकार के सामने रखा गया .जिनमे प्रमुख रूप से नगर परिषद,नगर पंचायत में किसी भी तरह का भुगतान पंचायती राज की तरह डोंगल से किया जाए . साथ ही इस प्रक्रिया में अध्यक्ष का भी महत्वपूर्ण भूमिका रहे.नगर परिषद नगर पंचायत में जो भी सरकारी भूमि है उसे नगर निकाय को स्थानांतरित की जाए एवं खाली जमीन पर एनओसी का अधिकार नगर परिषद नगर, पंचायत का हो.

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नगर अध्यक्ष के कार्यों एवं दायित्वों के निर्वहन मे अंदरूनी हस्तक्षेप एवं प्रस्ताव को मनमाने तरीके से अपने सुविधानुसार कार्यपालक पदाधिकारी लागू कराना बंद करें.बिजली विभाग से 2%राजस्व प्रत्येक नगर निकाय को दिया जाए. सभी मुख्य पार्षद को हथियार का लाइसेंस असान तरीके से दिया जाए.नगर परिषद, नगर पंचायत अध्यक्ष के लिए स्वविवेक से सालाना नगर क्षेत्र के विकास के लिए एक करोड़ फिक्स फंड दिया जाए.सभी निकाय में एक स्थाई JE, बड़ा बाबु, लेखापाल की प्रतिनियुक्ति विभाग के द्वारा होना चाहिए. नगर परिषद नगर पंचायत में कर्मियों की नियुक्ति एवं हटाने का अधिकार सशक्त स्थाई समिति को ही हो.नगर परिषद,नगर पंचायत के मुख्य पार्षदों का मानदेय 50,000 किया जाए एवं ट्रेन टिकट अथवा आने जाने के लिए पास की व्यवस्था हो.

नगर परिषद नगर पंचायत के मुख्य पार्षद को भी विभागीय पत्र का प्रतिलिपि आगत, निर्गत दोनों दिया जाए.नगर परिषद नगर पंचायत कार्यालय संचालन के लिए प्रशासनिक भवन का निर्माण कराया जाए.सभी नगर पंचायत के मुख्य पार्षद के लिए ऑफिस आने-जाने एवं क्षेत्र भ्रमण के लिए गाड़ी, डीजल, ड्राइवर, सुरक्षा गार्ड का व्यवस्था किया जाए.नगर परिषद या नगर पंचायत बोर्ड के पास यह अधिकार होना चाहिए कि अगर कार्यपालक पदाधिकारी अपने दायित्व एवं कर्तव्यों का निर्वहन करने में लापरवाही बरत रहे हो तो 1 साल के बाद बहुमत का प्रयोग करते हुए हटाया जा सके.

बैठक में फुलवारी शरीफ नगर परिषद अध्यक्ष मोहम्मद आफताब आलम ,संपतचक नगर परिषद अध्यक्ष अमित कुमार ,बिहटा नगर परिषद अध्यक्ष प्रियंका कुमारी,जहानाबाद नगर परिषद अध्यक्ष रूपा देवी,हाजीपुर नगर परिषद अध्यक्ष संगीता कुमारी एवं 167 अन्य जिला के नगर परिषद के मुख्य पार्षद एवं नगर पंचायत के मुख्य पार्षद उपस्थित हुए.

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