बिहार

बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र है मनेर प्रखंड का मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र

पटना(न्यूज क्राइम 24): 3 अप्रैल- उछलते कूदते बच्चे जो आंगनवाड़ी केंद्र में बिलकुल सहज और खुश नजर आते हैं, खेल खेल में बच्चों की पढाई, लाभार्थियों को पोषण सामग्री का नियमित वितरण तथा पोषण एवं स्वास्थ्य पर नियमित चर्चा…सुनने में यह सब सपने जैसा लगता है लेकिन जिला के मनेर प्रखंड के लोदीपुर गाँव स्थित मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 60 में यह नजारा प्रतिदिन का है. पोषक क्षेत्र के लाभार्थियों का केंद्र पर भरोसा उक्त केंद्र की आंगनवाड़ी सेविका सुषमा कुमारी के अथक मेहनत, नम्र व्यव्हार एवं प्रगितिशील सोच को परिभाषित करता है.

सुषमा कुमारी बच्चो को बुनियादी शिक्षा के साथ उनके शारीरिक एवं मानसिक विकास के साथ बच्चों में शिक्षा एवं नित्य केंद्र पर आने की आदत विकसित करने के लिए खेल, मनोरंजन का सहारा लेकर मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र का भरपूर उपयोग कर रही हैं.

मनोरंजन के विभिन्न साधनों से बच्चों में डाली जा रही पढ़ाई की आदत:


खेल खेल में बच्चों में पढ़ाई के प्रति रुचि दिलाने में तेतरी स्थित मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र अहम भूमिका निभा रहा है. केंद्र की सेविका सुषमा कुमारी द्वारा केंद्र में मौजूद खेल एवं मनोरंजन के संसाधनों के माध्यम से बच्चो को बेहतर माहौल देने का प्रयास किया जा रहा है. साथ ही बच्चों में सामाजिक आचरण विकसित करने में यह केंद्र अहम भूमिका निभा रहा है. हर क्रियाकलाप के बेहतर तरीके से करने के लिए बच्चो को मानसिक रूप से तैयार किया जाता है. इसकी झलक केंद्र में नामांकित बच्चों से बात कर स्पष्ट नजर आती है.

Advertisements
Ad 1

बच्चों को केन्द्रित कर किया गया मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र का विकास:


मॉडल आंगनवाड़ी केंद्र संख्या 60 पर बच्चों के लिए साफ़ व हवादार शौचालय की व्यवस्था की गयी है. हाथ धोने के लिए नलकूप लगाये गए हैं. शौचालयों की नियमित साफ-सफाई की भी व्यवस्था की गयी है. केंद्र की सेविका सुषमा कुमारी ने बताया बच्चों को परोसा जाने वाला जरूरी पोषण को ध्यान में रखकर एवं पूरी साफ़ सफाई के साथ बनाया जाता है. केंद्र की रसोई हमेशा स्वच्छ रहती है तथा भोजन पकाने वाले बर्तन की सफाई पर ध्यान दिया जाता है. साथ ही भोजन को लजीज बनाने का भी प्रयास किया जाता है. बच्चों को हाथों की स्वच्छता के बारे में नियमित रूप से बताया जाता है और उन्हें हमेशा निगरानी में भोजन के पूर्व एवं उसके उपरांत साबुन से हाथ धुलवाया जाता है.


आयोजनों में बढ़ी है लाभर्थियों की सहभागिता :


मॉडल केंद्र बनने के बाद केंद्र में होने वाले आयोजनों में लाभार्थियों की सहभागिता बढ़ी है. अन्नप्रासन, गोदभराई, पोषक तत्व वितरण एवं पोषण बैठक जैसे अन्य आयोजनों में पहले से अधिक लाभार्थियों की सहभागिता बढ़ी है. इसके कारण पोषण पर जागरूकता बढ़ाने में सफलता मिल रही है. केंद्र में नामांकित बालिका रेखा कुमारी की माँ पूनम देवी ने बताया कि केंद्र की सेविका सुषमा कुमारी की निगरानी में केंद्र पर बच्चों का पूरा ध्यान रखा जाता है. बच्चे नयी नयी चीजों को सीखते और समझते हैं और उनका ध्यान पढाई में भी लगता है. पूनम देवी ने बताया कि केंद्र में अपने बच्चों को भेजकर मेरी तरह हर अभिभावक आश्वश्त रहता है कि उनके बच्चे का पूरा ध्यान रखा जा रहा है और उनका शारीरिक और मानसिक विकास अच्छे तरीके से हो रहा है.

Related posts

फुलवारी में प्रतिबंध के बावजूद डीजे की धुन पर प्रतिमाओं का हुआ विसर्जन

परिवार नियोजन कार्यक्रम की सफलता को लेकर कर्मियों को दिया गया जरूरी प्रशिक्षण

बच्चों की अच्छी शिक्षा राष्ट्र निर्माण का आधार : नंदकिशोर

error: