बिहार

सखी वन स्टॉप सेन्टर की प्रबंधन समिति की बैठक

पटना(न्यूज क्राइम 24): जिला पदाधिकारी, पटना-सह-अध्यक्ष, जिला प्रबंधन समिति, सखी वन स्टॉप सेन्टर डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने लिंग-आधारित हिंसा को रोकने के लिए पूरे जिला में नियमित तौर पर अभियान चलाने का निदेश दिया है। वे आज समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में सखी वन स्टॉप सेन्टर की जिला प्रबंधन समिति की बैठक में अध्यक्षीय संबोधन कर रहे थे।

डीएम डॉ सिंह ने कहा कि सखी वन स्टॉप सेंटर महिलाओं की सहायता हेतु वन स्टॉप सोल्यूशन की भूमिका निभाता है।

बैठक में जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (आईसीडीएस), पटना-सह-संयोजक, वन स्टॉप सेन्टर श्रीमती आभा प्रसाद द्वारा एजेंडावार प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया। उन्होंने जिला पदाधिकारी के संज्ञान में लाया कि जनवरी, 2021 से अभी तक कुल 1,083 पीड़ित महिलाओं को चिकित्सा, विधिक, मनोवैज्ञानिक, काउन्सिलिंग एवं अन्य सहायता प्रदान की गई है। इसमें वित्तीय वर्ष 2022-23 में 433 मामलों में तथा वित्तीय वर्ष 2021-22 में 495 मामलों में पीड़ित महिलाओं को सहायता प्रदान की गई है। घरेलू हिंसा, दहेज प्रताड़ना, बाल विवाह आदि से संबंधित सभी मामलों में महिलाओं की समुचित सहायता की जाती है। डीएम डॉ. सिंह द्वारा इस पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए आगे भी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि बिहार सरकार के समाज कल्याण विभाग के अधीन महिला विकास निगम अंतर्गत संचालित सखी वन स्टॉप सेन्टर ( ओएससी ) महिलाओं की काउन्सिलिंग एवं सहायता के लिए हमेशा सजग, तत्पर एवं प्रतिबद्ध है। उन्होंने योजनाओं के क्रियान्वयन में सभी स्टेकहोल्डर्स की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया।

डीएम डॉ. सिंह ने सखी वन स्टॉप सेन्टर (ओएससी) के उद्देश्यों, भूमिका एवं दायित्वों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसकी स्थापना निजी एवं सार्वजनिक स्थानों पर, परिवार के अंदर, समुदाय एवं कार्यस्थल पर हिंसा से प्रभावित महिलाओं को सहायता प्रदान करने के लिए की गयी है। इसका उद्देश्य बालिकाओं एवं महिलाओं के खिलाफ किसी भी प्रकार की हिंसा के खिलाफ सहायता हेतु एक छत के नीचे आपातकालीन सहायता, मनोसामाजिक परामर्श, चिकित्सकीय सहायता, कानूनी सहायता व परामर्श, प्राथमिकी दर्ज करने में सहयोग, आपातकालीन आश्रय, घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं को प्रतिवेदन आदि में सहयोग करना है।

18 वर्ष से कम उम्र की लड़कियों को भी इसमें मदद दी जाती है। शारीरिक, लैंगिक, भावनात्मक, मनोवैज्ञानिक एवं आर्थिक शोषण का सामना करने वाली महिलाओं को समुचित सहायता प्रदान की जाती है तथा उनकी समस्याओं का निवारण किया जाता है। घरेलू हिंसा, दहेज़ प्रताड़ना, यौन उत्पीड़न, ट्रैफिकिंग आदि से पीड़ित महिलाओं को ओएससी पर विशिष्ट सेवाएँ प्रदान की जाती हैं। वन स्टॉप सेन्टर महिलाओं के विरूद्ध किसी भी प्रकार की हिंसा को रोकने के लिए चिकित्सीय, विधिक, मनोवैज्ञानिक एवं परामर्श सहायता सहित अन्य प्रकार की सेवाओं के लिए वन स्टॉप सोल्यूशन की भूमिका निभाता है। प्रभावित महिलाओं को ओएससी के माध्यम से तत्काल, आपातकालीन एवं गैर आपातकालीन सहित सभी प्रकार की सुविधाओं की प्राप्ति होती है।

डीएम डॉ. सिंह ने डीपीओ, आईसीडीएस को निदेश दिया कि महिला शक्तिकरण कोषांग का नियमित तौर पर बैठक आयोजित करें। उन्होंने कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की घटना नहीं होने देने के लिए पदाधिकारियों एवं कर्मियों का ओरिएंटेशन कार्यशाला आयोजित करने का निदेश दिया। डीएम डॉ. सिंह ने सभी प्रखंडों में इससे संबंधित आंतरिक समिति को क्रियाशील रखने का निदेश दिया। ओएससी में पीड़ित महिलाओं को आकस्मिक चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराने के लिए एएनएम की प्रतिनियुक्ति की गई है। उन्होंने सिविल सर्जन को ओएससी में आवश्यक उपकरण की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा पारा मेडिकल कर्मियों की तैनाती रखने का निदेश दिया।

डीएम डॉ. सिंह ने पंचायत स्तर पर रिसोर्स डायरेक्ट्री का निर्माण करना सुनिश्चित करने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से सुदूर क्षेत्रों में आवासित महिलाओं से संबंधित समस्याओं की जानकारी प्राप्त करते हुए निराकरण हेतु त्वरित कार्रवाई की जाएगी।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि हिंसा से प्रभावित महिलाओं को पुलिस फैसिलिटेशन ऑफिसर द्वारा समुचित सहायता प्रदान की जाती है। उनके द्वारा प्राथमिकी/शिकायत दर्ज कराने में सहायता उपलब्ध करायी जाती है, पीड़िता को समुचित परामर्श दिया जाता है तथा यह भी सुनिश्चित किया जाता है कि हिंसा से प्रभावित महिला का पुनः उत्पीड़न न हो।

डीएम डॉ. सिंह ने केन्द्र प्रशासक को सभी स्टेकहोल्डर्स यथा- पुलिस, अस्पताल, विधिक सहायता, काउन्सिलिंग – से समन्वय स्थापित करने का निदेश दिया।

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माहवारी स्वच्छता दिवस,२०२३

डीएम डॉ. सिंह ने दिनांक 28 मई, 2023 को माहवारी स्वच्छता दिवस का वृहत स्तर पर आयोजन सुनिश्चित करने का निदेश दिया है। उन्होंने कहा कि इस दिवस को बालिका गृहों, बालिका आवासीय विद्यालयों, पंचायतों, आंगनबाड़ी केन्द्रों, प्रखंडों, अनुमंडलों एवं जिला स्तर पर माहवारी स्वच्छता विषय पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। जिला एवं अनुमण्डल स्तर पर रैली का आयोजन किया जा रहा है। जिला-स्तरीय रैली ०७:३० बजे पूर्वाह्न से बांकीपुर राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय से कारगिल चौक होते हुए गाँधी मैदान गेट नंबर १० तक होगा।

अनुमंडलों एवं अन्य सार्वजनिक स्थलों पर माहवारी स्वच्छता प्रबंधन पर प्रचार-प्रसार संबंधी कार्य किया गया है। सोशल मीडिया के सहयोग से रेड डॉट चैलेंज अभियान चलाया जाएगा। रैली के पूर्व प्रतिभागी अपनी हथेलियों पर लाल रंग का गोल निशान बनाकर रेड डॉट चैलेंज लेंगे। साथ ही कार्यक्रम के चित्रों को अपने-अपने सोशल मीडिया हैण्डल और आधिकारिक सोशल मीडिया हैण्डल पर पोस्ट करेंगे। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि इसके सफल आयोजन के लिए उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में एक बहु-सदस्यीय समिति क्रियाशील है। सिविल सर्जन, जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला जन-सम्पर्क पदाधिकारी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला कल्याण पदाधिकारी, सहायक निदेशक बाल संरक्षण, जिला कार्यक्रम प्रबंधक (जीविका) एवं अन्य की सहभागिता रहेगी।

डीएम डॉ. सिंह ने सखी वन स्टॉप सेन्टर में रिक्त पदों पर बहाली हेतु उप विकास आयुक्त की अध्यक्षता में एक समिति का निर्माण किया है। यह समिति विभागीय दिश-निदेशों के आलोक में पारदर्शिता सुनिश्चित करते हुए चयन की कार्रवाई करेगी।

डीएम डॉ. सिंह ने अपर समाहर्ता को वन स्टॉप सेन्टर के लिए पटना सदर एवं बाढ़ अनुमंडल में भूमि चिन्हित कर ब्योरा उपलब्ध कराने का निदेश दिया है।

डीएम डॉ. सिंह ने सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों तथा अस्पतालों में बेटी जन्मोत्सव का समारोहपूर्वक आयोजन सुनिश्चित करने का निदेश दिया। इसमें मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना एवं सरकार के अन्य लोक कल्याणकारी योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी भी दी जाएगी।

डीएम डॉ. सिंह ने बालिका शिक्षा एवं महिला सशक्तिकरण से संबंधित प्रचार सामग्रियों का पूरे जिला में प्रसार सुनिश्चित करने का निदेश दिया।

डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि बालिका शिक्षा प्रोत्साहन एवं महिला सशक्तिकरण प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। इसके लिए पटना जिला द्वारा नियमित तौर पर कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।

इस बैठक में डीएम डॉ. सिंह के साथ उप विकास आयुक्त श्री तनय सुल्तानिया, पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, सिविल सर्जन, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस, जिला कल्याण पदाधिकारी, सहायक निदेशक बाल संरक्षण इकाई, जिला परियोजना प्रबंधक महिला विकास निगम एवं समिति के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।

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