अररिया, रंजीत ठाकुर राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय माहवारी स्वच्छता दिवस के मौके पर जिले में जागरूकता संबंधी कई कार्यक्रम आयोजित किये गये हैं। स्वास्थ्य विभाग व शिक्षा विभाग व स्वास्थ्य विभाग की सहयोगी संस्था पिरामल फाउंडेशन के आपसी समन्वय से आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान स्कूली छात्राओं के बीच रंगोली, पेंटिंग, क्विज सहित अन्य प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इसमें बेहतर प्रदर्शन करने वाली छात्राओं को प्रशस्ती पत्र देकर सम्मानित किया गया।
मौके पर जिलास्तरीय कार्यक्रम का आयोजन शहर के जयप्रकाश नगर स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में किया गया। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम के दौरान स्कूली छात्राओं को माहवारी स्वच्छता से संबंधित विभिन्न पहलूओं की जानकारी देते हुए इसके महत्व से अवगत कराया गया। कार्यक्रम के सफल संचालन में डीसीएम सौरव कुमार, पिरामल फाउंडेशन के संजय झा, मासूम रेजा, खशटी लटवाल, मो मिनहाज, राजीव कुमार, यूनिसेफ के एसएमसी आदित्य कुमार, राकेश कुमार सहित स्कूली शिक्षकों ने अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई।
माहवारी के दौरान स्वच्छता संबंधी उपायों पर अमल जरूरी
कार्यक्रम के दौरान विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से स्कूली छात्राओं को माहवारी स्वच्छता के महत्व से अवगत कराया गया। माहवारी के दौरान स्वच्छता संबंधी उपायों के अमल को लेकर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने किशोरियों को जानकारी देते हुए बताया कि माहवारी प्रजनन उम्र की महिला व किशोरियों के लिये माहवारी एक सामान्य शारीरिक प्रक्रिया है। इस समय स्वच्छता संबंधी उपायों का विशेष ध्यान रखना जरूरी होता है। इसमें किसी तरह की चूक होने पर कई तरह के संक्रामक रोगों के प्रसार की संभावना होती है। इससे बचाव के लिये सैनिटरी नैपकिन का इस्तेमाल अधिक उपयोगी होता है। माहवारी के दौरान निजी अंगों की नियमित सफाई जरूरी है। नैपकिन का उपयोग कपड़े की तुलना में अधिक सहज व सुविधाजनक है। इस्मेमाल के बाद इसका निस्तारण भी सही तरीके से किया जाना जरूरी है।
जागरूकता संबंधी विभिन्न गतिविधियों का हुआ आयोजन
पिरामल फाउंडेशन के संजय कुमार झा ने बताया कि माहवारी स्वच्छता के प्रति महिला व किशोरियों को जागरूक करने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न स्तरों पर जरूरी पहल किया जा रहा है। ताकि महिला व किशोरियों के सेहतमंद जिंदगी व महिला सशक्तिकरण संबंधी सरकारी प्रयासों को मजबूती प्रदान किया जा सके। माहवारी स्वच्छता के प्रति जागरूक होकर किशोरी व महिलाएं बिना किसी झिझक व संकोच के अपनी पूरी क्षमता का बेहतर उपयोग कर सकती हैं। बीसीएम सौरव कुमार ने बताया कि आयोजित कार्यक्रम के दौरान विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से किशोरियों को माहवारी स्वच्छता के प्रति जागरूक किया गया। जागरूकता संबंधी विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इसमें सफल प्रतिभागियों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुरस्कृत किये जाने की जानकारी उन्होंने दी।