बिहार

जून माह में एक लाख से अधिक लोगों की हुई कोविड-19 जांच, टीकाकरण में आई तेजी

पूर्णिया(रंजीत ठाकुर): कोरोना संक्रमण की संभावित चौथी लहर को देखते हुए राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा सभी जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन सहित जिला स्वास्थ्य समितियों को अलर्ट रहने के साथ-साथ आपातकालीन सेवाओं को चुस्त दुरुस्त रखने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिया गया था। जिसके आलोक में जिलाधिकारी सुहर्ष भगत ने सिविल सर्जन सहित ज़िले के सभी चिकित्सा पदाधिकारियों के साथ बैठक कर लगातार नजर बनाए रखने से संबंधित निर्देश दिया था। साथ ही स्वास्थ्य विभाग के अंदर आवश्यकतानुसार सभी तरह की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए भी जिला स्वास्थ्य समिति को निर्देशित किया गया था। खासकर तीसरी लहर के दौरान जो भी कमियां रही होंगी उसे भी इस बार दुरुस्त करने के लिए अलर्ट मोड में रहने के लिए कहा गया है।

कोरोना संक्रमण से बचाव में टीकाकरण की अहम भूमिका: सिविल सर्जन

सिविल सर्जन डॉ एसके वर्मा ने बताया जिले में हर घर दस्तक अभियान के तहत कोविड-19 टीकाकरण से वंचित लाभार्थियों को लगातार टीकाकृत करने का कार्य सुचारू रूप से किया जा रहा है। खासकर वैसे लाभार्थी जो दूसरे डोज के साथ-साथ बूस्टर डोज से वंचित हैं। उन्होंने यह भी बताया कि कोरोना संक्रमण से बचाव में टीकाकरण अपनी अहम भूमिका निभा रहा है। इसीलिए जिले के जितने भी लोग टीका से वंचित हैं उन्हें जल्द से जल्द टीकाकृत करने का प्रयास लगातार किया जा रहा। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए जिला स्वास्थ्य समिति द्वारा ज़िले के सभी अस्पतालों, दूसरे ज़िले से जुड़े सीमावर्ती क्षेत्रों सहित बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन पर कोरोना जांच के साथ-साथ कोविड-19 टीकाकरण अभियान में भी तेजी लाई गई है।

केवल जून महीने में एक लाख से ज़्यादा लोगों की हुई कोरोना जांच: डीपीएम

स्वास्थ्य विभाग के डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि पूर्णिया ज़िले में बढ़ते संक्रमण के मामले को देखते हुए कोविड-19 जांच अभियान को तेज कर दिया गया है। केवल जून महीने में 1 लाख, 7 हज़ार, 3 सौ, 84 लोगों की कोविड-19 जांच हुई है। जिसमें बिहार बंगाल सीमावर्ती क्षेत्र बायसी में सबसे ज़्यादा 10 हज़ार 3 सौ 11 लोगों की जांच हुई है। जबकि पूर्णिया पूर्व दूसरे स्थान पर है जहां 10 हज़ार 1 सौ 62 जांच हुई है तो डगरुआ ने 10 हज़ार 78 कोविड-19 जांच कर तीसरे पायदान पर अपनी उपस्थिति दर्ज की है। इसी तरह भवानीपुर में 10 हज़ार 1, के नगर में 9360, रुपौली में 8465, अमौर में 7909, बी कोठी में 7621, बैसा में 6791, बनमनखी में 6589, जलालगढ़ में 5892, धमदाहा में 5671, श्रीनगर में 4838, कसबा में 2347 जबकिं सदर अस्पताल स्थित कोरोना जांच केंद्र में 1349 लोगों की कोविड-19 जांच करायी गयी है।

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संक्रमित मरीज़ों को कराया गया होम आइसोलेट: नीरज कुमार निराला

एपिडेमियोलॉजिस्ट नीरज कुमार निराला ने बताया कि वर्तमान समय में कोरोना जांच के दौरान ज़िले के बनमनखी में एक, श्री नगर में एक, भवानीपुर में एक जबकि पूर्णिया नगर निगम क्षेत्र अंतर्गत दो कोरोना संक्रमित व्यक्ति मिले हैं। हालांकि सभी संक्रमित मरीज़ों का संबंध दिल्ली, बंगलुरू या किसी अन्य राज्यों से मिला है। नगर निगम क्षेत्र वाला संक्रमित मरीज स्थायी रूप से ही संक्रमित पाया गया है। इन सभी को मेडिकल किट देने के साथ ही होम आइसोलेशन में रखा गया है। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीम को समय-समय पर जानकारी लेने के लिए निर्देशित किया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम को इन सभी के घर भेज कर परिवार के अन्य सदस्यों की कोविड-19 जांच कराई गई है। लेकिन किसी भी सदस्यों में संक्रमण का लक्षण नहीं पाया गया है।

दालखोला चेकपोस्ट पर बीएचएम के नेतृत्व में कराई जाती है कोविड-19 जांच: एमओआईसी

बायसी पीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ विजय कुमार ने बताया कि जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट मोड में है। जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन के दिशा-निर्देश में स्थानीय बीएचएम किंकर घोष के नेतृत्व में एक मेडिकल टीम का गठन किया गया है। क्योंकि बंगाल की ओर से बिहार की सीमा में प्रवेश करने वाली यात्री वाहनों में सवार सभी यात्रियों को दालखोला चेकपोस्ट पर तैनात स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों द्वारा कोविड-19 जांच करायी जाती है जिस कारण जून महीने में सबसे अधिक 10 हज़ार 3 सौ 11 लोगों की जांच की गई है। बिहार में प्रवेश करने वाले सभी तरह के यात्रियों की एंटीजन जांच के साथ ही प्रथम, दूसरे या बुस्टर डोज़ के लिए भी जानकारी ली जाती है। अगर कोई इच्छुक होता है कि हमें टीकाकरण कराना है तो उसको वहीं पर टीकाकृत भी किया जाता है।

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