तलवाड़ा(प्रवीन सोहल): एक और पंजाब सरकार द्वारा पंचायती जमीन छुड़ाओ मुहीम के तहत बड़े बड़े रसूख दारों पर कारवाई करते हुए हजारों एकड़ पंचायती भूमी को उनके कब्जे से मुक्त करवाया है l जिसमें बड़े बड़े राजनेता और उनके रसूखदार रिश्तेदार भी शामिल हैं l इसी सरकारी आदेश को जारी रखते हुए शहरों के साथ-साथ गाँवों में भी सरकारी कब्ज़ा छुड़ाओ मुहीम ज़ोरो पर है l ऐसा ही पंचायती जमीन पर नाजायज़ कब्जे सम्बन्धी मामला वही विधानसभा हल्का दसुआ के गांव घोगरा का सामने आया है l जिसमें बात की जाए तो गांव घोगरा में 45 एकड़ से ज्यादा पंचायती ज़मीनों पर लोगों का अवैध कब्ज़ा है। वहीँ गांव घोगरा में 28 कनाल भूमी पर अवैध कब्जे की चोंच चर्चा पूरे जोरों पर है l जहां ग्राम पंचायत घोगरा द्वारा हस्पताल बनाने के लिए डिस्पेंसरी को दान में दी गई 28 कनाल ज़मींन पर एक व्यक्ति द्वारा पिछले सात सालों से कब्ज़ा कर अवैध निर्माण किया हुआ है।
मामले की जानकारी देते हुए घोगरा के सरपंच तिरलोचन सिंह ने बताया कि गुलाम नवी नाम का व्यक्ति पिछले सात सालों से ज़बरदस्ती इस ज़मींन पर कब्ज़ा कर बैठा है। सरपंच का कहना है की पंचायत द्वारा कई बार गुलाम नबी को कब्ज़ा छोड़ने को कहा ताकि सरकार के सहयोग से इस जगह पर हस्पताल बनवाया जा सके पर वह कब्ज़ा छोड़ने को तैयार नहीं। इस सम्बन्ध में कई बार थाना दसुआ में शिकायत भी दर्ज़ करवाई गई जहाँ गुलाम नबी ने लिखित में भी दिया की वह एक महीने के अंदर अंदर जगह खाली कर देगा परन्तु उसके उलट गुलाम नबी ने पंचायत पर ही अदालत में झूठा मुकदमा दर्ज़ करवा दिया। सरपंच तिरलोचन सिंह व समूह ग्राम पंचायत सदस्यों की सरकार से अपील की है के इस तरह के लोगों पर सख्त से सख्त करवाई की जाए और डिस्पैंसरी की जगह को इसके कब्ज़े से छुड़वाया जाए ताकि लोगों की सेहत सुविधा को बेहतर बनाने के लिए यहाँ हस्पताल बनवाया जा सके।
वहीँ जब इस विषय पर बीडीपीओ दसुआ धनवंत सिंह रंधावा से बात की तो उन्होने कहा की यह मामला उनके ध्यान में है और जल्द से जल्द मामले की जाँच की जायेगी यदि गुलाम नवी का कब्ज़ा नाज़ायज़ साबित होगा तो उसपर बनती कार्रवाई की जाएगी और घोगरा गाँव में सभी नाजायज़ कब्ज़ों को छुड़वाया जाएगा।