रजौली, (न्यूज़ क्राइम 24) प्रखंड क्षेत्र में महंगाई भरी जिंदगी में जब लोग खेती को घाटे का सौदा मानने लगे हैं तथा इससे विमुख हो रहे हैं।ऐसे हालत में रजौली प्रखंड के प्राणचक गांव के मेहनत कश किसान अपनी मेहनत से यह साबित कर दिया है कि खेती व सब्जी उपजाकर भी लोग बेहतर और खुशहाल जिंदगी जी सकते हैं।दर्जन भर किसानों ने कम पूंजी के सहारे बिना सरकारी सहायता के कई एकड़ प्रति जमीन में फूलगोभी की लहलहाती फसल उपजाकर उदाहरण पेश किया है।किसान महेश कुमार ने बताया कि 10 साल से पहले कम पूंजी के साथ फूलगोभी की खेती प्रारंभ किया था जिसमें से उसे आमदनी हुई, और उसने फायदे में आई राशि से वृहद पैमाने पर फूलगोभी की खेती शुरू की।वर्तमान समय में कई एकड़ में लगभग एक लाख फूल गोभी की चुके हैं।नवादा,बिहारशरीफ, कोडरमा, हजारीबाग, बख्तियारपुर, डोमचांच,जयनगर,मरकच्चो जैसे आदि कई बाजारों में उसकी उपजाई फूलगोभी की काफी मांग है।
गांव में मिल रहे रोजगार के कारण अब वे भटकने के लिए नहीं जा रहे बाहर
रजौली किसान के किसान महेश कुमार आदर्शी ने बताया कि गांव के दर्जनों परिवार पूर्ण रूप से गोभी की खेती कर कर लाखों रुपए प्रति वर्ष कमा लेते हैं।पहले की अपेक्षा हम लोगों की आय में भी काफी इजाफा हुआ है।इस कारण पहले इस गांव के किसान गोभी की खेती करते थे।लेकिन अब गांव के दर्जनों परिवार सब्जी की खेती में जुटे हैं।इस गाँव गोभी की खेती कर किसान अपने परिवार की तकदीर व तस्वीर दोनों बदलने में लगे हैं।साथ ही दूसरे प्रदेश में नौकरी के लिए युवा अब नहीं भटकते हैं।गांव में ही गोभी की खेती से उन्हें रोजगार मिल गया है।
गांव के किसान कर रहे सिंचाई सुविधा मुहैया कराने की मांग
खेती में इन किसानों को कामयाबी मिलने के बाद अब आस-पास के गांव के लोग भी सब्जी की खेती के प्रति जागरूक हो रहे हैं।जगत प्रसाद,रामभजन प्रसाद ने बताया कि कृषि विभाग की ओर से अब तक किसी प्रकार की मदद नहीं मिली है।अपने अस्तर से एक किलोमीटर दूर से कुआं व बोरिंग के जरिए सिंचाई कर उसमें फूलगोभी उगाने का काम किया है।यहां के किसानों ने कृषि विभाग से बोरिंग करवाने की मांग की है।ताकि सब्जी की खेती के मामले में यहां के किसान और संबल व आत्म निर्भर हो सकें।