अररिया, रंजीत ठाकुर। उत्तरप्रदेश की रहने वाली अररिया जिले के नरपतगंज की शिक्षिका शिवानी कुमारी वर्मा हत्याकांड मामले का अररिया जिला पुलिस ने खुलासा कर लिया है। हत्याकांड में शामिल दो अपराधी मो० मारूफ,मो०सोहेल समेत पुलिस ने घटना की मुख्य साजिशकर्ता महिला हुश्न उर्फ हुस्न आरा पति मो० साकिर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनके पास से एक देशी कट्टा, घटना में प्रयुक्त बाइक यामाहा एफजेड,घटना को अंजाम देने के समय अपराधियों द्वारा पहने गए कपड़ा और जूता बरामद किया है। घटना की मुख्य षड्यंत्रकर्ता दरअसल बीपीएससी शिक्षिका शिवानी कुमारी वर्मा की हत्या नहीं करानी चाहती थी।
उन्होंने पेशेवर सुपारी किलर का इस्तेमाल दूसरी अन्य महिला शिक्षिका की हत्या के लिए किया था। लेकिन संयोग से वह शिक्षिका उस दिन अवकाश पर थी और बदमाशों ने शिवानी को ही उक्त महिला शिक्षिका समझकर उन्हें गोली मारकर मौत के घाट उतार दी। दरअसल हुश्न उर्फ हुस्न आरा को अपने पति मो०साबिर के प्राथमिक विद्यालय अनुसूचित जाति टोला,वार्ड संख्या पांच एवं सात के मध्य खाबदह नरपतगंज की एक महिला शिक्षिका के साथ अवैध संबंध होने का शक था और इसी को लेकर हुस्न आरा ने राजा एवं छोटू के साथ मिलकर पति के साथ अवैध संबंध रखने वाली महिला शिक्षिका को मारने के लिए साजिश रची थी। राजा एवं छोटू के द्वारा हत्या की घटना को अंजाम देने के लिए तीन लाख रूपये में गिरफ्तार मारुफ और सोहेल को सुपारी दी गई थी।
जानकारी एसपी अंजनी कुमार ने दी:
एसपी अंजनी कुमार ने बताया कि 03 दिसम्बर को सुबह साढ़े आठ बजे उत्तरप्रदेश के बाराबंकी जिला के हैदरगढ़ की रहने वाली कन्हैली मध्य विद्यालय में पदस्थापित शिक्षिका शिवानी वर्मा पिता लक्ष्मीकांत वर्मा को विद्यालय जाने के क्रम में कन्हैली शिव मंदिर के निकट दो अज्ञात बाइक सवार अपराधियों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतका की बहन के आवेदन के आधार पर नरपतगंज थाना कांड संख्या-437/25, दिनांक-03.12.25, धारा-103 (1)/3(5) बीएनएस एवं 27 आर्म्स एक्ट के अंतर्गत प्राथमिकी दर्ज की गई। मामले में गठित एसआईटी के द्वारा सीसीटीवी फुटेज अवलोकन, सूचना संकलन, घटना एवं आसपास के क्षेत्रों का तकनीकी एवं वैज्ञानिक विश्लेषण कर कांड में संलिप्त अभियुक्तों की पहचान की गई। जिसके बाद हत्या में शमिल अपराधी 22 वर्षीय मो० मारूफ पिता मो० ताहिर,रामपुर वार्ड संख्या-01 को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में इसने कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। गिरफ्तार अभियुक्त मो० मारूफ के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त यामाहा की एफजेड बाईक एवं घटना में प्रयुक्त देशी कट्टा बरामद किया गया। घटना में शामिल दूसरे अपराधी मो० सोहेल को भी फारबिसगंज के रेफरल रोड से गिरफ्तार किया गया। घटना की मुख्य साजिशकर्ता हुश्न उर्फ हुस्न आरा को भी गिरफ्तार कर लिया गया। घटना में शामिल अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु छापामारी करने की बात एसपी ने कही।
एसपी ने बताया कि पूछताछ के दौरान गिरफ्तार अभियुक्त मो० मारूफ द्वारा बताया गया कि हुस्नन उर्फ हुस्न आरा पति मो० साकिर को अपने पति पर प्राथमिक विद्यालय, अनुसूचित जाति टोला, वार्ड संख्या-05 एवं 07 के मध्य, खाबदह, नरपतगंज की एक महिला शिक्षिका से अवैध संबंध होने का संदेह था। इस कारण हुस्न आरा द्वारा राजा एवं छोटू के साथ मिलकर अपने पति के साथ अवैध संबंध रखने वाली महिला शिक्षिका को मारने हेतु साजिश रची गई थी। राजा एवं छोटू के द्वारा हत्या की घटना को अंजाम देने के लिए 03 लाख रूपये में मारूफ एवं सोहैल को सुपारी दी गई। सुपारी के दौरान ही उस महिला शिक्षिका का नाम, स्कूटी, गुजरने का मार्ग एवं समय बताया गया। घटना को अंजाम करने के दिन मारूफ एवं सोहैल द्वारा शाहनवाज से यामाहा एफजेड बाईक लिया और महिला शिक्षिका के चिन्हित स्थान से गुजरने से पहले ही खाबदह कन्हैली शिव मंदिर के पास पहुंच गया। थोड़ी देर बाद जैसे ही महिला शिक्षिका शिवानी वर्मा अपने स्कूटी से वहां से गुजर रही थी। उस महिला शिक्षिका को अपना तय टारगेट समझ कर सोहेल के द्वारा रोककर हत्या की नियत से पीछे से गर्दन में गोली मार दिया गया। घटना को अंजाम देने के बाद घटनास्थल से दोनों अभियुक्त खाबदह-दरगाहीगंज होते हुए एनएच से फरार हो गया एवं घटना में प्रयुक्त गाड़ी एफजेड बाईक शाहनवाज को लौटा दिया।
एसपी ने बताया कि साजिश के तहत जिस महिला शिक्षिका की सुपारी दी गई थी। वह महिला शिक्षिका उस दिन अवकाश में थी। चिन्हित महिला शिक्षिका एवं मृत महिला शिक्षिका दोनों का आने-जाने का मार्ग एक ही था तथा दोनों महिला स्कूटी का प्रयोग स्कूल आने-जाने के क्रम में करती थी। इस कारण मारूफ और सोहेल ने गलतफहमी में शिवानी की हत्या को अंजाम दे दिया। एसपी ने फारबिसगंज के रामपुर दक्षिण के पूर्व मुखिया की भूमिका पर सवाल खड़ा करते हुए उनके द्वारा कांटेक्ट किलर को प्रश्रय दिए जाने की बात कही। उन्होंने पूर्व मुखिया के खिलाफ भी जांच करने की बात कही।
गठित एसआईटी के छापामारी दल में फारबिसगंज एसडीपीओ मुकेश कुमार साहा,अररिया एसडीपीओ सुशील कुमार, डीआईयू की टीम के साथ नरपतगंज थानाध्यक्ष संजय कुमार,फारबिसगंज थानाध्यक्ष राघवेन्द्र कुमार सिंह,जोकीहाट थानाध्यक्ष राजीव कुमार झा, फुलकाहा थानाध्यक्ष विकास कुमार मौर्य, घूरना थानाध्यक्ष मुकेश कुमार शामिल थे।
