बिहार

हृदय रोग विशेषज्ञों का दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन कार्डिकोन 2024 एम्स में शुरू

पटना, अजित : शनिवार को पटना एम्स में हृदय रोग विशेषज्ञों का दो दिवसीय वार्षिक सम्मेलन कार्डिकोन 2024 का महा समागम शुरू हो गया.कार्डिकोन का उद्घाटन एम्स पटना के कार्यपालक निदेशक डॉक्टर गोपाल कृष्ण पाल ने दीप प्रज्वलित कर किया.समारोह की मुख्य अतिथि पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के कुलपति एवं एम्स दिल्ली की पूर्व विभाग अध्यक्ष डॉक्टर अनीता सक्सेना, विशिष्ट अतिथि बेंगलुरु की डॉक्टर विजयलक्ष्मी सी एस आई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एम्स दिल्ली के डॉक्टर राकेश यादव थे. इस हृदय रोगियों के महा समागम में हॉट रोगों के एक्सपर्ट अत्याधुनिक तरीके से आकस्मिक स्थिति में मरीजों की त्वरित रूप से जान बचाने के अपने-अपने हुनर के बारे में एक दूसरे से आदान-प्रदान किया.एम्स पटना ऑडिटोरियम में शनिवार दिन भर सूबे के कार्डियोलॉजिस्ट एवं कार्डियक सर्जन देश के अन्य भागों से आए विशेषज्ञों से वैज्ञानिक सत्रों में विमर्श करने में व्यस्त रहे. मौका था कार्डियोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया बिहार चैप्टर के 30 वें वार्षिक अधिवेशन का.

एम्स निर्देशक ने बताया कि एम्स पटना में आधुनिक कार्डियक कैथ लैब के लिए 22 करोड रुपए आवंटन की सहमति मिल चुकी है और जल्दी ही कार्डियक साइंसेज की अत्यधिक सेंटर खुलेगी जिसमें नवीनतम तकनीक से हृदय रोगों का इलाज होगा.

एम्स पटना के ऑडिटोरियम में 30वां वार्षिक सम्मेलन में राज्य और देश के अन्य हिस्सों से करीब 400 कार्डियोलॉजिस्ट और कार्डियक सर्जन भाग ले रहे हैं. पहले दिन देश और विदेश के कई नामचिन हृदय रोग विशेषज्ञ इसमें अपने व्याख्यान प्रस्तुत किए एवं हृदय रोग से संबंधित कई विषयों पर चर्चा हुई.

कार्डियक सर्जरी के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर संजीव कुमार कार्डियोलॉजी के एडिशनल प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष डॉक्टर अनुपम भमभानी के प्रशंसा की और विभाग उनके नेतृत्व में निरंतर प्रगति कर रहा है. कार्डिकोंन 2024 के आयोजन चेयरपर्सन एवं एम्स के कार्डियक सर्जरी के विभागाध्यक्ष डॉ संजीव कुमार ने बताया कि सम्मेलन के सत्र ऐसे रखे गए हैं कि फिजिशियन को हृदय घाट के समय गोल्डन ऑवर में कैसे चिकित्सा की जाए कि मरीज की जान बच सके. कॉविड के उपरांत सडन कार्डियक डेथ की संख्या काफी बढ़ गई है और इससे निपटने को हृदय रोग विशेषज्ञ को सटीक नीति बनानी होगी.

सबसे पहले युवा कार्डियोलॉजिस्ट के लिए बूट कैंप सेशन में त्रिवेंद्रम के डॉक्टर के एम कृष्णमूर्ति ने कार्डियक कैथ तकनीक द्वारा बच्चों में जन्मजात हार्ट डिजीज के सभी समस्या पर पहचान के तकनीक बताए. चेन्नई के दीपचंद राजा ने कार्डियक आर्देमिया एवं कोलकाता के डॉक्टर दिलीप कुमार बैलून एंजियोप्लास्टी के बारे में बताया, इसी तरह नई दिल्ली के डॉक्टर तोमर ने बताया बच्चों में ईको कार्डियोग्राफी से जटिल जन्मजात हृदय रोगों की पहचान की जा सकती है.

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सम्मेलन में कोलकाता के कुंतल भट्टाचार्य, लखनऊ के डॉक्टर पीके गोयल, बिलासपुर के डॉक्टर एन एस सिद्धू, ऋषिकेश के डॉक्टर वरुण कुमार, कोलकाता के डॉक्टर अमरनाथ घोष एम्स दिल्ली के डॉक्टर राकेश यादव, डॉ रामकृष्ण कोलकाता के डॉक्टर अनिल सिंह एवं ललित कपूर बेरहामपुर के पटना के डॉक्टर छवि सतपति समेत डॉ प्रमोद कुमार, डॉक्टर बी बी भारती, डॉक्टर अरविंद कुमार, डॉक्टर निशांत त्रिपाठी मेदांता हॉस्पिटल के डॉक्टर अजय सिंह, डॉक्टर डीडवानिया डॉक्टर यू सी शामल डॉक्टर के के वरुण डॉक्टर यु एन सिंह डॉक्टर शमशाद आलम पल्मनोलॉजिस्ट डॉक्टर संजय कुमार इत्यादि शामिल हुए.

सी एस आई बिहार के अध्यक्ष राज्य के वरीय कार्डियोलॉजिस्ट डॉ अरविंद कुमार ने बताया की बिहार इकाई हमेशा ही हृदय रोग के नवीनतम तकनीकी विकास के बारे में राज्य के चिकित्सकों के लिए शैक्षणिक कार्यक्रम आयोजित करता रहा है. इससे रोगियों कोई फायदा होता है और साथ में हार्ट रोग के विशेषज्ञ डॉक्टर को भी बहुत अधिक और अत्याआधुनिक इलाज की तकनीकी बारीकियां को समझने में मदद मिलती है. अधिवेशन में आयोजन सचिव एम्स पटना की कार्डियोलॉजी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ अनुपम भमभानी ने कहा की इस सम्मेलन में एक्सपर्ट के द्वारा एक दूसरे के इलाज के तकनीकी विचारों के आदान-प्रदान से हार्ट रोगियों के इलाज में बेहतर निष्कर्ष निकल पाएगी .

सम्मेलन में स्पेन के डॉक्टर अल्फांसो डोरो रोमन लेजर तकनीक से हार्ट ब्लॉक के हटाने की विधि पर व्याख्यान दिये. उनके साथ बच्चों में हार्ट में छेद कि बिना ऑपरेशन बंद करने की विधि देश की प्रसिद्ध पेडियाट्रिक कार्डियोलॉजिस्ट चर्चा में शामिल हुए. साथ में डॉक्टर बीडी शर्मा हेल्थ यूनिवर्सिटी रोहतक की वाइस चांसलर डॉ अनीता सक्सेना (पूर्व विभागाध्यक्ष एम्स दिल्ली) एवं श्रीचित्र संस्थान तिरुवनंतपुरम के डॉ कृष्णमूर्ति और श्री जयदेव संस्थान बेंगलुरु की डॉक्टर विजयलक्ष्मी ने अपने विचारों का आदान-प्रदान किया .

साइंटिफिक कमेटी के अध्यक्ष शहर के प्रख्यात कार्डियोलॉजिस्ट डॉ बी बी भारती ने बताया की साइंटिफिक प्रोग्राम ऐसा बनाया है कि युवा कार्डियोलॉजी को नवीनतम तकनीकी जानकारी मिले. दो दिवसीय कार्यक्रम में मुंबई से डॉक्टर चिराग पारेख कोलकाता से डॉ दिलीप एवं डॉक्टर अनिल संगी दिल्ली के डॉक्टर राकेश यादव एवं डॉ रामकृष्णन लखनऊ के डॉक्टर प्रवीण गोयल डॉक्टर एस के द्विवेदी, हैदराबाद से डॉ दलजीत कौर समेत बिहार झारखंड के कई वारिय फिजिशियन भाग ले रहे हैं.

शाम को सांस्कृतिक कार्यक्रम में मुंबई के प्रसिद्ध गजल सम्राट डॉक्टर मनीष सिंह का कॉन्सर्ट हुआ जिसमें चिकित्सकों ने मधुर संगीत का आनंद लिया.

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