नालंदा(राकेश): नालंदा बिहार शरीफ बट सावित्री व्रत को लेकर अहले सुबह से ही मंदिरों व अन्य स्थानों पर वट सावित्री व्रत के लिए महिलाओं और युवतियों की भारी भीड़ देखी गई । महिलाओं ने सोलह श्रृंगार कर अपने पति के लंबी उम्र की कामना को लेकर वट वृक्ष की पूजा अर्चना की । ऐसी मान्यता है कि सावित्री के पति राजा सत्यवान को श्राप था कि शादी के बाद उनकी मौत हो जाएगी। उसी के कारण शादी के बाद राजा सत्यवान की मौत हो गई ।
मौत के बाद सती सावित्री ने पति धर्म को निभाते हुए धर्म और पुण्य के रास्ते चलकर भगवान यमराज से अपने पति के प्राण लौटा लिए थे । भगवान यमराज ने सती सावित्री के पुण्य धर्म से प्रभावित होकर 100 संतानों का आशीर्वाद दिया था । इस पौराणिक घटना के बाद विवाहित महिलाएं अपने पति के लंबी उम्र और युवती होने वाले पति के लिए हर साल ज्येष्ठ अमावस्या के दिन पूरे विधि विधान के साथ वट वृक्ष की पूजा कर करती हैं।