पटना(न्यूज क्राइम 24): आज नगर निगम के प्रथम बैठक में महापौर के इशारे पर नगर आयुक्त और सरकार द्वारा प्रतिनियुक्त पदाधिकारी के निगम मद से वेतन लेने पर ससक्त स्थाई समिति के सदस्यों की आपत्ति घोर दुर्भाग्यपूर्ण है। महापौर और उनके ससक्त स्थाई समिति के सदस्य पिछले पांच वर्षों से पद पर बने हुए हैं इस बीच कई नगर आयुक्त और पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति सरकार द्वारा पटना नगर निगम में हुआ पर आज से पहले उन्हें इस विषय का कभी भी ज्ञान नही हुआ।
आज वर्तमान नगर आयुक्त के कार्यकाल में सीमित संसाधन से जो शहर की काया कल्प हाउस आज से पहले कभी भी नही हुआ था। ऐसे में नगर आयुक्त और पदाधिकारियों का मनोबल बढ़ाने के बजाए गिराने वाली हरकत है। पिछले दो बैठक से नगर निगम बोर्ड अनाप शनाप मुद्दे को उठा कर समय बर्बाद किया जा रहा है। इस विषय में सरकार को संज्ञान लेना चाहिए। यह बात पुर्व उपमहापौर सह पार्षद विनय कुमार पप्पु ने प्रेस विज्ञाप्ति जारी कर बताया।