फुलवारीशरीफ(अजित यादव): भीषण गर्मी व चिल्लाती धुप मे सिपारा व इसके आस पास के लोग बिजली व पानी की समस्या से परेशान रहे। दो दिनों से सिपारा मे बिन पानी और बिन बिजली रहने के लिए हजारो कि आबादी मजबूर है।बिन बिजली के तो किसी तरह है रह जाते है,लेकिन पानी के बिना रहना बड़ा मुश्किल होता है। बिजली नहीं रहने से परेशान हाल बेहाल लोग बिजली अधिकारियों को कोसते रहे। वही लोग सरकार को भी खरी-खोटी सुनाते रहे क्योंकि इलाके में एक भी सरकारी चापाकल की व्यवस्था नहीं है। चिलचिलाती धूप और भीषण गर्मी में राजधानी पटना के सिपारा, न्यू सिपारा ,सिपारा मटखान इलाके की करीब 10,000 से अधिक की आबादी बिजली पानी के लिए 2 दिनों तक त्राहिमाम करते रहे। सिपारा इलाके में बिजली का मेंटेनेंस कार्य में लगे बिजली कर्मी आम लोगों को यह बता पाने की स्थिति में नहीं थे कि आखिर बिजली कब तक बहाल होगी। ऐसा में बुधवार की सुबह 7:30 बजे से कटी बिजली रात भर नहीं आई जिससे इलाके में करीब 2000 घरों में बिजली पानी के लिए हाहाकर मचा रहा। वही बिजली की स्थिति जानने के लिए जब लोगों ने बिजली ऑफिस फ्यूज कॉल नंबर और बिजली अधिकारियों को कॉल लगाएं तो कहीं से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला इतना ही नहीं हद तो तब हो गई जब घंटे बाद भी बिजली नहीं आने पर बिजली अधिकारी फोन रिसीव करना ही बंद कर दिए। सिपारा शहर और इसके आसपास क्षेत्रों में रात भर बिजली नहीं रही। पूरा सिपारा मटखान अंधकार में डूबा रहा। ब्लैकआउट की स्थिति बनी रही। सैंकडो घरों में हजारों की आबादी को बिजली नहीं मिलने के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। पानी भरने के लिए कूछ देर के लिए बुधवार की शाम बिजली आयी लेकिन फिर बिजली रात भर नहीं आई जिससे लोग अपने बाल बच्चों के साथ छतों पर और गलियों में भीषण गर्मी से परेशान होते रहे। रात भर लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। बच्चे मोमबत्ती जलाकर पढ़ने को विवश हुए। लोगों में पानी के लिए हाहाकार मचा रहा। लोगों को पानी के लिए इधर उधर चापाकल पर जाकर भटकना पड़ा । इस भीषण गर्मी में सबसे बड़े तरसती आ रही कि इस इलाके में एक भी सरकारी चापाकल नहीं लगा हुआ है और नहीं पानी का कोई टंकी की व्यवस्था किया गया है। पूरे इलाके में एक 2 चापाकल ओ के सहारे लोगों की भीड़ पानी भरने के लिए जमा रहे वही घंटो बिजली नहीं आने पर जिन घरों में चापाकल खराब पड़ा था वे लोग चापाकल बनाने में जुटे रहे। वह बिजली नहीं रहने से लोग हाथ पंखा लेकर दुकानों घरों और गलियों में गर्मी से बचने का उपाय करते रहे लेकिन लोगों को इस भीषण गर्मी में बगैर बिजली के भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। बिजली पानी की किल्लत के चलते लोगों को अपने घरों के दरवाजे दुकानों और गलियों में खुले बदन बाल बच्चों के साथ बैठे देखा गया। लोगों ने कहा कि बिजली नहीं जाने से घरों में रहना मुहाल हो रहा है वह दुकानदारी व्यापार भी पूरी तरह चौपट हो गया। मंजू देवी , सिपारा निवासी, बिजली पानी की किल्लत से परेशानी बया करती हुई सरकार पर जमकर बरसने लगी। मंजू देवी ने कहा बिजली नहीं है जिससे बाल बच्चों के साथ रात पर छतों पर रहने को मजबूर रहना पड़ा। आरती देवी ने बताया कि
बुधवार सुबह से लाइट यहां कटा हुआ है जिससे इलाके में बिजली के साथ ही पानी की घोर किल्लत है। इलाके में सरकारी चापाकल भी नहीं लगा है ताकि ऐसी स्थिति में लोग वहां से पानी भरकर अपना काम निपटा सकें।
विश्वनाथ राय सिपारा मटखान निवासी पत्नी रेणु देवी के साथ पंखा लेकर दरवाजे पर बैठे रहे। विश्वनाथ राय ने बताया कि आसपास के करीब 2000 घरों से अधिक परिवार बिजली पानी के लिए 2 दिन से परेशान है लेकिन कोई भी सरकारी अधिकारी यह बताने को तैयार नहीं है कि आखिर बिजली कब आएगी वहीं बिजली पानी से परेशान लोगों का हाल जानने कोई जनप्रतिनिधि भी सामने नहीं आया।
धर्मेंद्र कुमार व प्रमोद रंजन ने बताया कि लाइट घंटों तक कटा रहा तो पता करने पर पहले ट्रांसफरमर से फ्यूज उड़ा हुआ होने की जानकारी मिली ।जब घण्टो बाद भी बिजली नहीं आयी तो लोग बेचैन हो गये । कोई भी बिजली अधिकारी कॉल रिसीव करने के लिए तैयार नहीं। लोगों को पता नहीं चल पा रहा है कि बिजली आखिर क्यों कटा हुआ है।
अवन्तिका सागर ,दयाननद कन्या विद्यालय की क्लास नवम की छात्रा , सिपारा निवासी ने बताया कि बुधवार की सुबह साढ़े सात बजे से लाईट नही है। शाम में थोड़ी देर के लिए लाइट आई थी लेकिन फिर पूरी रात लाइट नहीं आई। वही दूसरे दिन गुरुवार को भी बिजली कटा हुआ है। दिल्ली नहीं डालने से पढ़ाई बाधित हो रही है कोई बताने वाला नहीं है कि बिजली कब आएगी।
विनोद पांडेय स्थानीय सिपारा निवासी स्टेशनरी दुकानदार ने बताया कि इसरपूर , न्यू सिपारा, सिपारा मटखान इलाके में 2 दिनों से बिजली नहीं है। अखबार के जरिए पता चला था कि 2 घंटे की के लिए बिजली मेंटेनेंस कार्य के लिए कटेगी लेकिन रात भर बिजली नहीं आई । वहीं दूसरे दिन गुरुवार को भी बिजली नहीं रहने से पानी और बिजली के लिए भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
रघुनाथ पासवान, जय कुमार , बिट्टू सिंह ,रेखा कुमारी, मुन्नी देवी, आरती देवी लालमणि देवी सभी लोग स्थानीय न्यू सिपारा मटखान गली के रहने वाले बाशिंदों ने बताया कि 2 दिनों से बिजली नही रहने से लोग परेशान है । लोगों का कहना है कि 2 दिन से सो नहीं पा रहे हैं। बाल बच्चों के साथ लोग गलियों में खुले बदन बैठने को मजबूर है। बिजली क्यों नहीं है, इसके बारे में लोगों को सही पता नहीं चल पा रहा है।