न्यूज़ क्राइम 24 डेस्क: बिहार के राज्यपाल के एडीसी राकेश दुबे सहित बिहार पुलिस सेवा के छह अधिकारियों को आईपीएस रैंक में प्रोन्नति की अधिसूचना जारी कर दी गईं। राकेश दुबे सहित जिन अधिकारियों को आज आईपीएस में प्रोन्नति मिली है उनमें पटना नगर निगम की अपर नगर आयुक्त और चर्चित अधिकारी शीला ईरानी, बलिराम चौधरी, चंद्रशेखर विद्यार्थी, हरिमोहन शुक्ला और संजय भारती शामिल है। हालांकि केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा जारी की गई अधिसूचना में दो अन्य अधिकारियों विश्वजीत दयाल और विजय कुमार का नाम भी शामिल है लेकिन विश्वजीत दयाल पर जहां उनके खिलाफ चल रहे एक आपराधिक मामला और विजय कुमार के खिलाफ एक विभागीय मामले के लंबित होने के कारण उन्हें प्रोन्नति का लाभ तब तक नही मिलेगा जब तक कि उन्हें दोष मुक्त न करार दिया जाए। आपको बता दे कि राकेश दुबे बिहार के चर्चित अधिकारी रहे है। सीबीआई से अपनी पुलिस सर्विस शुरू करने वाले राकेश दुबे पटना के टाऊन डीएसपी के रूप में अपनी विशिष्ट पहचान बनाई थी। उसके बाद फुलवारीशरीफ डीएसपी के रूप में भी उल्लेखनीय कार्य किया.
दरअसल 2015 में राकेश दुबे को बिहार सरकार ने राजभवन में एडीसी के पद पर तैनात किया था तब बिहार के राजपाल थे केसरीनाथ त्रिपाठी इसी दौरान तत्कालीन मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी से नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी का समर्थन वापस लिया था और मांझी को हटाकर खुद मुख्यमंत्री बने थे इसके बाद 2015 के विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार महागठबंधन के साथ चुनाव लड़े थे और फिर दोबारा मुख्यमंत्री बने थे। फिर 2020 में जब नीतीश कुमार सातवी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहे थे तब भी राज्यपाल के एडीसी के रूप में राकेश दुबे ही थे। राकेश दुबे के बारे में तत्कालीन राज्यपाल और वर्तमान में देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा था .राकेश दुबे मेरे लिए लकी है। वैसे भी रामनाथ कोविंद के बाद बिहार के राज्यपाल बने सत्यपाल मल्लिक ने राज्य सरकार से राकेश दुबे की डिमांड कर दुबारा पोस्टिंग कराई थी। सत्यपाल मल्लिक के बाद राज्यपाल बने लालजी टंडन ने भी राकेश दुबे को हो अपना एडीसी रखा। वर्तमान राज्यपाल फागु सिंह चौहान ने भी इसी अधिकारी को अपने साथ रखा। हरिमोहम शुक्ला और बलिराम चौधरी भी पटना में तैनात रह चुके है।