पटनासिटी(न्यूज क्राइम 24): अगमकुंआ स्थित नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ऑडिटोरियम में “वैक्सीन प्रिवेंटेबल डिजीज एंड एडवर्स इवेंट फॉलोइंग इम्यूनाइजेशन” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें टीकाकरण के महत्व पर प्रकाश डाला गया। विश्व स्वास्थ्य संगठन और स्वास्थ्य विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित कार्यशाला में 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों में टीकाकरण को बेहद जरूरी करार देते हुए अभिभावकों से अपने बच्चों का टीकाकरण कराए जाने की अपील की गई। कार्यशाला में टीकाकरण के बाद कुछ बच्चों में होने वाली शारीरिक समस्या का भी विस्तार पूर्वक चर्चा कर उनके सफल इलाज पर चर्चा की गई। कार्यशाला का उद्घाटन नालंदा मेडिकल कॉलेज की प्राचार्या डॉ रेणु रोहतगी व अस्पताल अधीक्षक डॉ राजीव रंजन ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
मौके पर नालंदा मेडिकल कॉलेज के प्राचार्या डॉ रेणु रोहतगी ने बताया कि टीकाकरण के माध्यम से बच्चों में होने वाली कई बीमारियों को रोका जा सकता है। उन्होंने मृत्यु दर में कमी लाने को लेकर बच्चों में शत-प्रतिशत टीकाकरण कराए जाने की भी आवश्यकता जताई।
एनएमसीएच के शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉ अलका सिंह ने कहा कि इस मौसम में डायरिया व दिमागी बुखार होने की संभावना अधिक होती है। इसके लिए वैक्सिनेशन जरूरी है। साथ ही गर्मी से बचना, सफाई का ख्याल रखना, बच्चा खाली पेट नहीं सोए व खानपान अच्छा पर ध्यान देने की जरूरत है। इससे पहले अस्पताल अधीक्षक डॉ राजीव रंजन, प्राचार्या डॉ रेणु रोहतगी, डॉ वीपी जायसवाल, उपाधीक्षक डॉ सरोज कुमार व माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ संजय कुमार को मोमेंटों देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में डब्ल्यूएचओ के डॉ कुमुद रंजन, डॉ उज्ज्वल व डॉ त्रिपाठी के अलावा पीजी छात्र मौजूद रहे।