बिहार

आने वाले 15 दिन डेंगू संक्रमण के लिहाज से अधिक संवेदनशील

अररिया, रंजीत ठाकुर डेंगू संक्रमण के प्रसार के लिहाज से आने वाला 15 दिन अधिक संवेदनशील है। लिहाजा इस दौरान लोगों को बचाव संबंधी उपायों पर गंभीरतापूर्वक अमल करने की जरूरत है। जिले में अब तक 13 लोग डेंगू के शिकार हो चुके हैं। हालांकि विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में समुचित इलाज के उपरांत इसमें से अधिकांश मरीज की सेहत फिलहाल सामान्य है। इधर डेंगू के प्रसार पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर विभाग पूरी तरह सतर्क है। प्रभावित इलाकों में प्राथमिकता के आधार पर टेमीफोस दवा का छिड़काव किया जा रहा है। ताकि संक्रमण के प्रसार को नियंत्रित किया जा सके।

डेंगू पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क-


जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि डेंगू संक्रमण के प्रसार के लिहाज से आगामी 15 दिन बेहद संवेदनशील हैं। लिहाजा इस दौरान बचाव संबंधी उपायों पर गंभीरतापूर्वक अमल जरूरी है। उन्होंने बताया कि ठंड का प्रकोप बढ़ने पर डेंगू का प्रसार नियंत्रित होने की संभावना रहती है। जिले में ठंड धीरे-धीरे दस्तक देने लगी है। डीवीबीडीसीओ ने बताया कि डेंगू संबंधी जांच के लिये सभी पीएचसी को पर्याप्त मात्रा में डेंगू जांच किट उपलब्ध करायी गयी है। वहीं प्रभावित इलाकों में रोग के प्रसार को नियंत्रित करने के उद्देश्य से टेमीफोस दवा छिड़काव के लिये उपलब्ध कराया गया है। संबंधित पीएचसी में डेंगू के मरीज मिलने पर मरीज के घर से 500 मीटर के दायरे में दवा के छिड़काव का आदेश दिया गया है।

फारबिसगंज में अब तक डेंगू का सबसे अधिक मामले-

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जिले में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ कर 13 हो गयी है। वीबीडीसीओ राम कुमार ने बताया कि अधिकांश डेंगू संक्रमित मरीज समुचित इलाज के बाद फिलहाल पूरी तरह स्वस्थ हैं। अब तक फारबिसगंज प्रखंड में डेंगू संक्रमण के 08 मामले मिले हैं। इसके अलावा रानीगंज में 01, अररिया में 02 व नरपतगंज प्रखंड में डेंगू संक्रमण के 02 मामले सामने आये हैं। इसके अतिरिक्त डेंगू संबंधी एक मामला सुपौल जिले से जुड़ा है।

रोग प्रबंधन व विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में इलाज जरूरी –


सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने बताया कि डेंगू संबंधी मामलों में रोग का कुशल प्रबंधन व विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में मरीजों का समुचित इलाज जरूरी है। इसके लिये जरूरी है कि रोग संबंधी किसी तरह का लक्षण दिखने पर तत्काल जांच व इलाज को प्राथमिकता दी जाये। उन्होंने कहा कि डेंगू के मामले में बिना विशेषज्ञ चिकित्सकों का परामर्श लिये दवा सेवन से परहेज किया जाना चाहिये। इससे जुड़ी किसी तरह की शिकायत होने पर तत्काल नजदीकी अस्पताल में जांच कराने की सलाह उन्होंने लोगों को दी है।

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