पटना, अजीत। राजधानी पटना में ठंड के बावजूद सियासी तापमान चढ़ा हुआ है वही गणतंत्र दिवस के मौके पर बाढ़ के एक विद्यालय में हाई स्कूल के छात्र छात्राओं को मिडिल स्कूल के शिक्षकों ने फील्ड में झंडा फहराने और राष्ट्रगान से रोक दिया जिससे वहां तनाव का माहौल हो गया।
हाई स्कूल के छात्र छात्राओं को अपने ही विद्यालय के फील्ड में ध्वजारोहण करने से रोका गया जिसके बाद बाहर गलियारे में गणतंत्र दिवस समारोह मनाना पड़ा. बाढ़ के उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय पश्चिम मलाही का यह मामला सामने आया है. जहां गणतंत्र दिवस के मौके पर मिडिल स्कूल के प्रिंसिपल विजय कुमार ने हाई स्कूल के छात्र-छात्राओं को फील्ड में कार्यक्रम में शामिल होने से रोक दिया और कहां आप अपने स्कूल का कार्यक्रम अलग कीजिए .इसके बाद छात्र छात्राओं में काफी नाराजगी का आलम हो गया. हाई स्कूल छात्र-छात्राओं का कहना है कि उत्क्रमित उच्च माध्यमिक विद्यालय पश्चिम मलाहि का एक ही कैंपस है जिसमे मिडिल स्कूल भी संचालित किया जाता है.
शुक्रवार को गणतंत्र दिवस के मौके पर अपने ही विद्यालय में उपेक्षा का शिकार हुए कई स्टूडेंट्स अपने ही विद्यालय के शिक्षक के द्वारा भेदभाव और दुर्व्यवहार किए जाने से रोने लगे. इसके बाद स्कूल कैंपस के बाहर गलियारे में राष्ट्रगान गाना पड़ा।
स्कूल के स्टूडेंट्स बताते हैं कि मिडिल स्कूल के प्रिंसिपल हमें फील्ड में जाने से रोक दिया .इतना ही नहीं उन लोगों के साथ दुर्व्यवहार भी किया गया.गणतंत्र दिवस के मौके पर भेदभाव किया गया जिससे स्टूडेंट्स रोने लगे लेकिन मिडिल स्कूल के शिक्षकों पर कोई असर नहीं पड़ा. हाई स्कूल के लड़के लड़कियां स्कूल के बाहर गलियारे में राष्ट्रगान गाकर झंडे को सलामी देकर किसी तरह कार्यक्रम संपन्न किए.वही इस तरह की घटना के बाद हाई स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के परिजन भी काफी नाराज है.
लोग शिक्षा विभाग के अधिकारियों से मांग कर रहे हैं की इसकी जांच कराकर दोषी शिक्षक के खिलाफ कारवाई की जाए.फिलहाल इस मामले में कोई भी अधिकारी या विद्यालय के प्रिंसिपल कुछ भी बात करने से साफ परहेज कर रहे हैं. सवाल है कि गणतंत्र दिवस जैसे राजकीय समारोह के मौके पर एक ही स्कूल के कैंपस में झंडा फहराने और राष्ट्रगान करने से रोकना कहीं से भी उचित नहीं है. हाई स्कूल के बच्चे और उनके अभिभावक मिडिल स्कूल के जिन शिक्षकों के द्वारा रोके जाने की बात कही जा रही है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।
विद्यालय के कई छात्र-छात्राओं ने बताया कि इसकी जानकारी पहले ही हो गई थी इसे देखते हुए एक दिन पहले ही हाई स्कूल के प्रिंसिपल राजेश कुमार मिडिल स्कूल के प्रिंसिपल विजय कुमार के अलावा एसडीओ से मिलकर इस मामले में भेदभाव नहीं करने के बात की थी लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुआ. छात्र-छात्राओं को कहना है कि पूर्व से एक ही साथ झंडा फहराया जाना उसी कैंपस में होता चला रहा है इस परंपरा को जारी रखना चाहिए लेकिन इस बार से रोक दिया गया जिससे अपने विद्यालय में हम बेगाने हो गए।
