बिहार

फाइलेरिया मुक्त समाज के लिए जिले में 10 फरवरी से चलेगा सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान

कटिहार, (न्यूज़ क्राइम 24) फाइलेरिया गंभीर बीमारी है। समाज के उत्थान और उन्नति के लिए फाइलेरिया मुक्त होना बहुत जरूरी है। फाइलेरिया मुक्त समाज से ही हमारा भविष्य सुरक्षित होगा। भविष्य के समृद्ध युवा पौधे को तैयार करने के लिए मौजूदा बच्चों की पीढ़ी को फाइलेरिया के संक्रमण से बचाना होगा। यह समाज के शारीरिक और आर्थिक उत्थान के लिए भी बेहद जरूरी है। लोगों को पता होना चाहिए कि देश में अपंगता का दूसरा सबसे बड़ा कारण फाइलेरिया है। यह जितनी जटिल बीमारी है,उतना ही सरल इसका निदान भी। सिविल सर्जन डॉ जितेंद्र नाथ सिंह ने कहा कि फाइलेरिया मुक्त समाज के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी जिले में साल में एक बार सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान चलाया जाता है

जिसके तहत सामान्य लोगों द्वारा साल में एक बार फाइलेरिया रोधी दवाओं सेवन लगातार पांच साल करने से संबंधित लोग भविष्य में फाइलेरिया ग्रसित होने से सुरक्षित हो जाएंगे। इसके लिए सभी को तत्पर रहना होगा और फाइलेरिया मुक्त समाज में अपनी सहभागिता निभानी होगी। सर्वजन दवा सेवन अभियान की शुरुआत कटिहार जिले के सभी प्रखंडों में 10 फरवरी से हो रही है। सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) अभियान के तहत लोगों को खुद फाइलेरिया रोधी दवा खाते हुए अपने परिजनों और आस-पड़ोस के लोगों को भी दवा उपयोग करने के लिए जागरूक करना चाहिए जिससे कि 02 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों द्वारा दवा का सेवन करते हुए जीवनभर अपना और अपने परिवार को फाइलेरिया बीमारी ग्रसित होने से सुरक्षित रह सकें।

फाइलेरिया रोधी दवाएं फाइलेरिया बीमारी का नहीं बल्कि बचाव की दवा है :

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जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ जे पी सिंह ने कहा कि एमडीए अभियान के दौरान दी जाने वाली फाइलेरिया रोधी दवाएं फाइलेरिया बीमारी का नहीं बल्कि इससे बचाव की दवा है। इसे हर स्वस्थ व्यक्ति को खाना चाहिए। इसके लिए स्थानीय आशा कर्मियों या आंगनवाड़ी सेविकाओं द्वारा लोगों को घर-घर पहुँचकर दवा खिलाई जाएगी। फाइलेरिया से सुरक्षा के लिए स्वास्थ्य कर्मी द्वारा 02 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को एल्बेंडाजोल और डीईसी की गोली खिलाई जाएगी। सभी लोगों को स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा उनकी उम्र के अनुसार फाइलेरिया रोधी दवाई दिया जाएगा ताकि उम्र के अनुसार उनका डोज सम्पूर्ण हो सके। सभी लोगों को नास्ता या खाना खाने के बाद फाइलेरिया रोधी दवा स्वास्थ्य कर्मियों के सामने ही खाना है। साल में एक बार फाइलेरिया रोधी दवा सेवन करने से लोग भविष्य में फाइलेरिया ग्रसित होने से सुरक्षित रहेंगे।

लगातार पांच साल खाने से कभी नहीं होगी फाइलेरिया :

भीडीसीओ एन के मिश्रा ने बताया कि फाइलेरिया होने पर लोगों को इसकी जानकारी 05 से 10 साल बाद बता चलता है जब उनका हाथ-पैर या पुरुषों के हाइड्रोसील और महिलाओं के स्तन में सूजन होने लगता है। समय के साथ साथ सूजन बढ़ने लगता है। हाइड्रोसील में होने वाले सूजन को नजदीकी सरकारी अस्पताल में सूचित करने पर योग्य चिकित्सकों द्वारा उसका ऑपरेशन करते हुए फाइलेरिया से सुरक्षित किया जा सकता है लेकिन हाथ-पैर और महिलाओं के स्तन में सूजन होने पर उसका सम्पूर्ण इलाज नहीं हो सकता। इससे सुरक्षित रहने के लिए लोगों को स्थानीय स्वास्थ्य कर्मी द्वारा एमडीए कार्यक्रम के दौरान साल में एक बार घर-घर पहुँचकर खिलाये जाने वाले दवा का सेवन स्वास्थ्य कर्मी के सामने ही करना चाहिए। सभी स्वस्थ व्यक्ति द्वारा लगातार पांच साल तक साल में एक बार इसका सेवन करने से वे फाइलेरिया से सुरक्षित रह सकते हैं। दवाई सेवन करने से अगर उनके शरीर के अंदर फाइलेरिया की कीटाणु उपलब्ध हैं तो वह नष्ट हो जाते हैं। इसलिए 02 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को (गर्भवती महिलाओं और गंभीर बीमार लोगों को छोड़कर) इसका सेवन करना चाहिए और खुद को फाइलेरिया ग्रसित होने से सुरक्षित करना चाहिए।

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