फुलवारीशरीफ, अजित। विश्व एड्स दिवस पर इस्लामिया ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के दोनों शिक्षण संस्थानों—सत्तार मेमोरियल कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन (इस्लामिया बी.एड कॉलेज) और तक्षशिला बी.एड कॉलेज—में जागरूकता रैली, प्रभात फेरी और जन-जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. आयोजन का मुख्य उद्देश्य एचआईवी/एड्स के संक्रमण, बचाव और उपचार से संबंधित सही जानकारी समाज तक पहुँचाना था.दोनों कॉलेजों के शिक्षकगण रैली और कार्यक्रमों के दौरान छात्रों के साथ रहे और उन्हें समाज में जागरूकता फैलाने के लिए प्रेरित करते रहे. छात्रों की सहभागिता और शिक्षकों के मार्गदर्शन से जागरूकता अभियान अत्यंत सफल रहा।
इस्लामिया ग्रुप का इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन हाजी खुर्शीद हसन ने कहा कि एड्स जैसी बीमारी के प्रति जागरूकता ही सबसे बड़ा बचाव है. उन्होंने छात्रों से सही वैज्ञानिक जानकारी समाज तक पहुँचाने की अपील की. आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. अली इमाम ने एड्स के कारणों, संक्रमण के रास्तों और बचाव के उपायों पर विस्तार से जानकारी दी. वहीं आईक्यूएसी सदस्य डॉ. मंजुला ने युवाओं को अफवाहों से दूर रहने और वैज्ञानिक जानकारी अपनाने की सलाह दी।
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 10:30 बजे कॉलेज परिसर में हुई. बी.एड और डी.एल.एड के सभी प्रशिक्षु शिक्षक, शिक्षकगण और कॉलेज कर्मी मौजूद थे. कॉलेज के प्राचार्य डॉ. अजय कुमार सिंह ने हरी झंडी दिखाकर रैली की शुरुआत की. उन्होंने कहा कि एड्स के प्रति जागरूकता फैलाना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है. युवाओं को आगे बढ़कर समाज को सही दिशा देने का कार्य करना चाहिए।
इस्लामिया बी.एड कॉलेज की रैली मुख्य चौक, बाजार रोड और आसपास की गलियों से होकर पुनः कॉलेज पहुँची. प्रशिक्षु शिक्षक पोस्टर, बैनर और स्लोगन लेकर लोगों को एड्स से संबंधित सही जानकारी देने, भ्रम दूर करने तथा सुरक्षित व्यवहार अपनाने के लिए प्रेरित करते रहे. कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य डॉ. अजय कुमार सिंह, अरविंद कुमार सिंह, ममता कुमारी, ममता यादव, ताहिरा खातून, राकेश कुमार, मो. उमर, संतोष कुमार यादव, रमेश चन्द्र और सभी छात्र-छात्राओं ने समाज में एड्स जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया।
इसी क्रम में तक्षशिला बी.एड कॉलेज में भी जागरूकता रैली निकाली गई. रैली कॉलेज से निकलकर भगत सिंह चौक (फुलवारी थाना) और आसपास के मार्गों से गुजरती हुई फिर कॉलेज परिसर लौटी. पूरे रास्ते छात्र-छात्राओं ने नारे लगाए—“एड्स से बचाव, जागरूकता है प्रभाव.” “सुरक्षित जीवन सबका अधिकार.” “भ्रम हटाएँ, सच अपनाएँ। कार्यक्रम के अंत में दोनों कॉलेजों के प्राचार्यों ने सफल आयोजन पर संतोष जताया और सभी प्रतिभागियों, शिक्षकों तथा आयोजन समिति को धन्यवाद दिया. साथ ही आगे भी ऐसे जन-जागरूकता कार्यक्रम जारी रखने की बात कही।
