पूर्णिया, (न्यूज़ क्राइम 24) प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत निक्षय मित्र योजना के तृतीय वर्षगांठ के उपलक्ष्य में राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (जीएमसीएच) के जिला यक्ष्मा केंद्र पूर्णिया में टीबी ग्रसित मरीजों को बेहतर उपचार के साथ साथ आवश्यक पोषण उपलब्ध कराने के लिए टीबी रोगियों को फूड बास्केट का वितरण किया गया। इस दौरान सभी टीबी मरीजों को टीबी से सुरक्षा के लिए नियमित रूप से दवा का सेवन करने के साथ साथ आवश्यक पौष्टिक आहार का सेवन करने की जानकारी दी गई।
जिला यक्ष्मा केंद्र में टीबी ग्रसित मरीजों को फूड बास्केट्स वितरण के दौरान जिला संचारी रोग पदाधिकारी डॉ कृष्ण मोहन दास के साथ-साथ जिला टीबी विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ दिनेश कुमार, डीपीएस राजेश कुमार शर्मा, टीबी सुपरवाइजर आर एन झा, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (यूपीएचसी) पूर्णिया कोर्ट के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रतिभा कुमारी, पूर्णिया कोर्ट चिकित्सक डॉ मनीषा सिंह, यूपीएचसी मधुबनी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दीप्ति मिश्रा, यूपीएचसी पूर्णिया सिटी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ माहे तलत जाबीन, यूपीएचसी माता स्थान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अरबिंद कुमार, यूपीएचसी पूर्णिया कोर्ट प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनीषा सिंह, वर्ल्ड हेल्थ प्रमंडलीय समन्यवक संजय कुमार, केएचपीटी जिला लीड मो. मासूम रजा, वर्ल्ड विजन जिला समन्वयक अभय कुमार सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारी और टीबी ग्रसित मरीज व उनके परिजन उपस्थित रहे।
जिले के साथ-साथ प्रखंड स्वास्थ्य अस्पताल में भी टीबी ग्रसित मरीजों को उपलब्ध कराई गई फूड बास्केट्स :
जिला संचारी रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ कृष्ण मोहन दास ने कहा कि निक्षय मित्र योजना के तीसरे वर्षगांठ के अवसर पर जिला यक्ष्मा केंद्र में बहुत से टीबी ग्रसित मरीजों को फूड बास्केट वितरण करने के साथ साथ जिले के विभिन्न प्रखंडों के स्वास्थ्य केंद्रों में भी टीबी ग्रसित मरीजों को आवश्यक उपचार सुविधा उपलब्ध कराने के साथ साथ फूड बास्केट्स का वितरण आयोजित किया गया। इसके तहत जिले के रुपौली प्रखंड में 05, के. नगर प्रखंड में 09, डगरुआ प्रखंड में 05, धमदाहा प्रखंड में 01, कसबा प्रखंड में 01 के साथ-साथ अन्य प्रखंड के स्वास्थ्य केंद्रों में भी टीबी ग्रसित मरीजों को फूड बास्केट्स उपलब्ध कराए गए। सभी टीबी ग्रसित मरीजों द्वारा पौष्टिक आहार का नियमित सेवन करते हुए आवश्यक दवाइयों का उपचार करने पर मरीज बहुत जल्द टीबी बीमारी से सुरक्षित होकर स्वस्थ जीवन का लाभ उठा सकते हैं।
टीबी को हराने के लिए पौष्टिक व संतुलित आहार जरूरी :
जिला टीबी विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ दिनेश कुमार ने कहा कि लगातार बहुत दिनों तक खांसी का होना, कभी कभी खांसी के साथ खून का आना, वजन का घटना, रात को पसीना आना, बुखार, सीने में दर्द और थकान का होना ग्रसित मरीजों के टीबी ग्रसित होने के लक्षण होते हैं। ऐसा लक्षण दिखाई देने पर तत्काल नजदीकी अस्पताल में चिकित्सक से संपर्क करते हुए जांच कराना चाहिए। संबंधित व्यक्ति टीबी ग्रसित पाए जाने पर उन्हें तत्काल उपचार सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इस दौरान आवश्यक दवाई के साथ साथ पौष्टिक व संतुलित आहार का सेवन करने से टीबी ग्रसित मरीज बहुत जल्द स्वास्थ्य और सुरक्षित होते हुए सामान्य जीवन का लाभ उठा सकते हैं।
निक्षय मित्र द्वारा टीबी ग्रसित मरीजों को आवश्यक फूड उपलब्ध कराने में पूर्णिया जिला राज्य में पांचवे स्थान पर :
डीपीएस राजेश कुमार शर्मा ने बताया कि वर्तमान समय में जिले के सभी प्रखंडों में 04 हजार 355 मरीज उपलब्ध हैं जिनका आवश्यक उपचार किया जा रहा है। आवश्यक उपचार के बाद बहुत से टीबी ग्रसित मरीज बिल्कुल स्वस्थ्य और सुरक्षित हो गए हैं जबकि ग्रसित मरीजों का आवश्यक उपचार नियमित रूप से जारी है। टीबी ग्रसित मरीजों को आवश्यक उपचार के साथ पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के लिए सभी जिले में निक्षय मित्र अभियान का आयोजन किया जाता है। इसके तहत किसी भी व्यक्ति द्वारा निक्षय मित्र बनते हुए अपने क्षेत्र के टीबी ग्रसित मरीजों को आवश्यक पौष्टिक आहार उपलब्ध कराई जाती है जिसका उपयोग करते हुए ग्रसित मरीज बहुत जल्द टीबी से सुरक्षित हो सकते हैं। निक्षय मित्र रजिस्ट्रेशन में पूर्णिया जिला राज्य में पहले स्थान पर है। टीबी ग्रसित मरीजों को आवश्यक पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने के लिए निक्षय मित्र के रूप में जिले में 436 सामान्य लोगों द्वारा रजिस्ट्रेशन करते हुए मरीजों को फूड बास्केट्स उपलब्ध कराई जा रही है। निक्षय मित्र द्वारा टीबी ग्रसित मरीजों को आवश्यक फूड उपलब्ध कराने में पूर्णिया जिला राज्य में पांचवे स्थान पर है। निक्षय मित्र द्वारा ज्यादा से ज्यादा टीबी ग्रसित मरीजों को प्रतिमाह आवश्यक पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने से टीबी ग्रसित मरीज बहुत जल्द स्वास्थ्य होकर अपना सामान्य जीवन का लाभ उठा सकते हैं।
