पटना सिटी, (न्यूज़ क्राइम 24) करवा चौथ को लेकर बाजारों में महिलाओं की पूजा सामग्री खरीदने की भीड़ देखा जा रहा सभी महिलाओं पूजा सामग्री हाथों में मेंहदी लगाने के लिए बाजारों में महिलाओं का काफी भीड़ रहा पति के लंबी आयु के लिए पत्नी पूरा श्रृंगार कर के व्रत को रखती है आप जाने क्यों ये व्रत रखा जाता है इस वर्त को क्यों रखा जाता
द्रौपदी ने भी इस व्रत को रखी थी
मान्यता के अनुसार, महाभारत काल में भगवान कृष्ण ने द्रौपदी को अर्जुन की सलामती के लिए करवा चौथ का व्रत रखने की याद दिलाई थी। सामाजिक और सांस्कृतिक कारण एकता और दोस्ती यह त्योहार विवाह के बाद अपने घर से दूर अकेली महसूस करने वाली महिलाओं के लिए एकजुट होने और दोस्ती का एक अवसर बन गया। महिलाएं एक साथ इकट्ठा होकर उत्सव मनाती थीं और एक-दूसरे को ‘देव-मित्र’ या ‘देव-बहन’ कहकर संबोधित करती थीं। पति का दूर होना: यह भी माना जाता है कि जब पुरुष युद्ध लड़ने के लिए या दूर देशों में काम करने जाते थे, तब महिलाएं अपने पतियों की सुरक्षित वापसी और लंबी आयु की कामना के लिए यह व्रत रखती थीं।
‘करवा’ शब्द का अर्थ एक मिट्टी के बर्तन (करवा) से है और ‘चौथ’ का अर्थ चतुर्थी तिथि से है। पूजन का विधि करवा चौथ पर गणेश जी, शिव जी, पार्वती जी और चंद्रमा की पूजा की जाती है। चंद्रमा को पुरुष रूपी ब्रह्मा का रूप माना जाता है और उसकी पूजा से सुख-समृद्धि और लंबी आयु की कामना की जाती है। आप को बता दे व्रत का पालन: यह व्रत कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रखा जाता है। महिलाएं सूर्योदय से पहले उठकर व्रत रखती हैं और चंद्रमा के उदय होने पर ही चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद व्रत खोलती हैं।
