पटना, (न्यूज़ क्राइम 24) मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा 12 लाख नौकरी दिए जाने की घोषणा को प्रदेश राजद प्रवक्ता एजाज अहमद ने जुमला बाजी और भ्रम की राजनीति का एक नया तरीका बताया और कहा कि कल तक जो लोग नौकरी और रोजगार की बात पर भड़क जाते थे और कहते थे की वेतन कहां से लाएगा अपने बप्पा के यहां से लायेगा,आज वह भी कहीं ना कहीं तेजस्वी जी के संकल्प और उनकी सोच को अंगीकार कर रहे हैं,इससे तेजस्वी जी का नौकरी परक और रोजगार परक राजनीतिक को मजबूती और आयाम मिला है।
एजाज ने नीतीश कुमार से कहा कि वह यह बतायें कि तेजस्वी जी ने महागठबंधन सरकार के रहते हुए 17 महीने में 5 लाख से अधिक नौकरियां दी , जबकि आप 17 वर्षों के कार्यकाल में इतनी नौकरियां नहीं दे सके। महागठबंधन सरकार के हटते ही नौकरी को साजिश का शिकार बना दिया गया है और अब नौजवानों को नौकरी की जगह लाठियां बरसाई जा रही है और उन्हें दौड़ा-दौड़ा कर पीटा जा रहा है ,यह कौन सा नौकरी देने का तरीका है समझ से परे है।
एजाज ने आगे कहा कि जिस तरह से केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने हर साल 2 करोड़ नौकरी या रोजगार की बातें की थी और 10 सालों में करीब 8 लाख नौजवानों को ही नौकरियां दी गई। ठीक उसी तरह से बिहार में अब 12 लाख नौकरियों की बात की जा रही है और 34 लाख रोजगार की यह सिर्फ जुमला बाजी के अलावा कुछ नहीं है दरअसल भाजपा के साथ दोबारा जाने के बाद नीतीश कुमार सिर्फ जुमला बाजी कर रहे हैं और नौजवानों को भ्रम की राजनीति का शिकार बना रहे हैं लेकिन बिहार का एक-एक नौजवान का विश्वास तेजस्वी प्रसाद यादव के नेतृत्व पर है नीतीश कुमार चाहे जितना भी जुमलाबाजी और भ्रम की राजनीति कर लें, अब बिहार का नौजवान डबल इंजन सरकार के वादे पर विश्वास नहीं करता है।