धनबाद(न्यूज़ क्राइम 24): चिरागोरा की रहने वाली ज्योति देवी ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन सदस्य शिल्पी शर्मा से फोन पर बात की और अपने ऊपर बीत रही परेशानियों का जिक्र किया। शिल्पी शर्मा ,गौरव शर्मा और मोहम्मद अफजल तत्काल उनके आवास पहुंचे और उनकी परेशानी सुनी। ज्योति देवी ने बताया कि मेरा विवाह अमित कुमार से 2017 को हुआ था और हम दोनों से एक पुत्री भी 2019 को हुई। हमारा पारिवारिक जीवन अच्छे से चल रहा था तभी मेरे ससुर राजेंद्र प्रसाद हमारे घर आए और मुझसे कहा कि ₹500000 तिलक दो नहीं तो तुम्हें मरवा देंगे और अपने बेटे की दूसरी शादी कर तिलक वहीं से ले लेंगे।उसके बाद से ही मेरे पति का व्यावहार मेरे प्रति बदलने लगा और घर पर भी कम ही रहने लगा ।12 दिसम्बर 2021 को अचानक वो घर छोड़ कर भाग गया,और अपना मोबाइल नंबर भी बंद कर दिया।अब हालात यह तक पहुच गया है कि ससुराल वालों पास जाने पर मेरी सास मनरावती देवी,ननद सोनी कुमारी और देवर बिट्टू कुमार साह ने मेरे साथ मारपीट की और मुझे घर से निकलते हुए मेरे पर ही झूठे मुकदमे में फंसाने की कोशिश की। जब मैं न्याय के लिए महिला थाना पहुंची तो आवेदन स्वीकार करते हुए उन्होंने उचित कार्रवाई का भरोसा दिया लेकिन अभी भी करवाई नहीं हो पा रही है। यह सारी बातें कहते हुए ज्योति देवी ने अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार की पूरी टीम को न्याय के लिए गुहार लगाई। सारी बातें सुनने के बाद शिल्पी शर्मा और पूरी टीम ने जांच के बाद उचित न्याय का भरोसा दिया और जल्द से जल्द सत्य को सामने लाने का काम करेंगे। ज्योति देवी ने सारी बातें सुनने के बाद राहत की सांस ली और अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार पर भरोसा रखा।