फुलवारीशरीफ, अजित। आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर फुलवारी शरीफ सुरक्षित सीट पर सियासी हलचल तेज़ हो गई है और इसी बीच जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता, पूर्व विधायक एवं राज्य महादलित आयोग के पूर्व सदस्य अरुण मांझी प्रबल दावेदार के रूप में उभरे हैं. शुक्रवार, 18 अप्रैल को उन्होंने ज़ोरदार जनसंपर्क अभियान चलाया और ‘रोज़गार मतलब नीतीश कुमार, 25 से 30 फिर से नीतीश’ जैसे नारों के साथ लोगों से सीधा संवाद किया।
अरुण मांझी का यह अभियान सिर्फ चुनावी दौरा नहीं था, बल्कि एक जन-समर्पित नेता की अपने लोगों से जुड़ने की कोशिश थी. उन्होंने कुरकुरी चारों, हिनदुनी, शाहपुर, हसनपुरा, खडिहां और पलंगा जैसे महादलित टोलों में डोर-टू-डोर जाकर लोगों की समस्याएँ सुनीं और कई जगहों पर त्वरित समाधान भी कराया।
पूर्व विधायक अरुण मांझी ने कहा कि उन्हें ज़मीनी स्तर पर जनता का अपार समर्थन मिल रहा है और लोग फिर से जदयू सरकार की वापसी के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने जिस तरह से राज्य में शिक्षा, स्वास्थ्य और रोज़गार के क्षेत्र में काम किया है, वह उन्हें एक और मौका देने लायक बनाता है।
जनसंपर्क अभियान में अरुण मांझी के साथ ढिबरा पंचायत के मुखिया सौरभ मांझी, पूर्व मुखिया शैलेन्द्र कुमार, भाजपा नेता अशोक सिंह, संजय सिंह, छोटू, सुबोध सिंह, सुनील कुमार, सुमित कुमार और चंदन कुमार जैसे स्थानीय प्रभावशाली लोग भी शामिल थे. बड़ी संख्या में ग्रामीणों और समर्थकों की मौजूदगी ने इस अभियान को एक जन-जागरण जैसा रूप दे दिया।