पटना, अजित। गंगा समभूमि प्रादेशिक केंद्र, भारतीय प्राणी सर्वेक्षण, पटना-26 के प्रांगन में जिले के विभिन्न महाविद्यालय के स्नातक एवं स्नातकोत्तर छात्रों का प्रेम यूथ फाउंडेशन के नेतृत्व में शैक्षिक दौरा के अंतर्गत आगमन हुआ। सर्वप्रथम सभी छात्रों को जंतु संग्रहालय का परिभ्रमण करवाया गया एव वैज्ञानिक एवं तकनीकी कर्मचारी द्वारा बिहार की जंतु विविधताओं पर व्याख्यान दिया गया। इसके उपरांत सभी छात्रों को कार्यालय के एम. एल. रूनवाल सभागार में भारतीय प्राणी सर्वेक्षण के प्रभारी अधिकारी, डॉ. अनिल कुमार, वैज्ञानिक-ई ने पक्षियों के गायन की विशिष्टता तथा उपयोगीता पर प्रकाश डाला और बताया कि भारतीय पक्षी किस प्रकार से विभिन्न प्रकार के ध्वनि संकेतों का प्रयोग करते हैंI
इन ध्वनि संकेतों की संरचना तथा विशेषताओं के आधार पर इन संकेतों की सहायता से जीवों पर हो रहे जलवायु परिवर्तनों तथा उनके प्राकृतिक आवासों की क्षीण और नष्ट होने की दर का भी अध्यन किया जा सकता हैं। उसके उपरांत डॉ. एम. ई. हसन, वैज्ञानिक-ई द्वारा बिहार के कीट विविधता पर प्रकाश डाला गया तत्पश्चात डॉ. वी. ऍम. सतीश, वैज्ञानिक-सी द्वारा निकट भविष्य में जीव-जन्तुओ पर जलवायु परिवर्तन से होने वाले प्रभावों के बारे में विस्तार से बताया गयाI इसके बाद छात्रों को कार्यालय के जैव प्रयोगशाला में ले जा कर उन्हें डॉ. एम. ई. हसन, वैज्ञानिक-ई के द्वारा जीवो के संग्रहण, परिक्षण एवं पहचान पर एक संछिप्त प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण के दौरान स्टूडेंट्स ने साइंटिस्ट्स के साथ बातचीत की और कीड़ों और दूसरे जानवरों पर जलवायु परिवर्तन के असर पर कई सवाल भी पूछे। फाउंडेशन के संस्थापक गांधीवादी प्रेम जी ने कहा कि जैवविविधता को बनाये रखना अति आवश्यक है। पर्यावरण से छेड़छाड़ का सीधा असर जैवविविधता पर ही होता है। मौके पर फाउंडेशन के प्रोग्राम ऑफिसर रवि प्रकाश, ऋतिक राज वर्मा, इशिता आनंद, विवेक कुमार, मेहर खान, राहुल कुमार, सीमा कुमारी समेत दर्जनों इंटर्न ने भाग लिया। सभा का समापन धन्यवाद् ज्ञापन के साथ हुआ।
