अररिया, रंजीत ठाकुर जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर गुरुवार को अन्नप्रशासन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस क्रम में माताओं को बच्चों के पोषण व स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया। ताकि उनका बच्चा स्वस्थ रहे व बच्चों का समुचित शारीरिक व मानसिक विकास संभव हो सके। रानीगंज प्रखंड के खरहट पंचायत अंतर्गत मॉर्डन आंगनकाड़ी केंद्र संख्या 373 पर उत्सवी माहौल में अन्नप्रशासन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें जिला पोषण समन्वयक कुणाल श्रीवास्तव, पोषण सहायक अखिलेश कुमार, महिला पर्यवेक्षिका पूजा कुमारी की अगुआई में पोषक क्षेत्र के लोगों को बच्चों के समुचित पोषण संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी दी गयी।
बच्चों के पोषण व स्वास्थ्य की दी गयी जानकारी
मार्डन आंगनबाड़ी केंद्र की सेविका फूल कुमारी ने इस क्रम में बच्चों को ऊपरी आहार का सेवन कराते हुए कहा कि 06 माह तक के बच्चों के समुचित पोषण के लिये मां का दूध ही पर्याप्त होता है। लेकिन छह माह के बाद बच्चों के उचित शारीरिक व मानसिक विकास के लिये मां के दूध के साथ पूरक आहार का सेवन बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिये जरूरी है। कार्यक्रम के दौरान केंद्र पर मौजूद स्थानीय महिलाओं को उन्होंने बच्चों के उचित पोषण व स्वास्थ्य देखभाल संबंधी जानकारी दी।
बच्चों के समुचित विकास के उचित पोषण जरूरी
महिला पर्यवेक्षिका पूजा कुमारी ने बताया कि अन्नप्राशन कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों के स्वास्थ्य व पोषण को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि 06 माह से 02 वर्ष तक के बच्चों के लिये मां के दूध के साथ पूरक आहार का सेवन कराना जरूरी है। ताकि बच्चों का समुचित विकास संभव हो। बच्चों को कुपोषण की समस्या से निजात दिलाने व बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी मामलों के प्रति समुदाय को जागरूक करने के लिहाज से उन्होंने कार्यक्रम को महत्वपूर्ण बताया।
कुपोषण के मामलों को नियंत्रित करना जरूरी
जिला पोषण समन्वयक कुणाल श्रीवास्तव ने बताया कि अन्न प्राशन कार्यक्रम जिले में कुपोषण के मामलों को नियंत्रित करने में बेहद उपयोगी साबित हुआ है। समुदाय को बच्चों के शुरूआती दिनों में पोषण के महत्व के प्रति जागरूक करने व बच्चों के सुरक्षित व सेहतमंद जिंदगी की मजबूत नींव तैयार करने के उद्देश्य की प्राप्ति के लिये अन्न प्राशन कार्यक्रम का सफल अयोजन जरूरी है।