अररिया, रंजीत ठाकुर बसंत पंचमी को लेकर वैदिक पंचांगों में इस वर्ष एक मत नहीं होने के कारण दो दिन बसंत पंचमी और सरस्वती पूजा मनायी गई। भरगामा प्रखंड क्षेत्र में जिन स्थानों पर रविवार को सरस्वती पूजा की गई। उनमें से कई स्थानों पर सोमवार को प्रतिमा का विसर्जन किया गया। जबकि कई स्थानों पर सोमवार को मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित कर पूरी भक्ति,श्रद्धा और उल्लास के साथ लोगों ने पूजन किया। सोमवार को जिन स्थानों पर मां सरस्वती की प्रतिमा स्थापित की गई थी उनका विसर्जन मंगलवार को किया गया। बताते चलें कि मंगलवार को अपराह्न 4:00 बजे पूजा,आरती के बाद माता को श्रृंगार एवं खोईंछा देकर विदाई दी।
इस दौरान महिलाओं ने एक दूसरे को सिंदूर लगाया। साथ हीं सभी ने एक दूसरे को अबीर-गुलाल लगाकर होली खेली। जिसमें बच्चे और महिलाएं काफी उत्साहित दिखीं। कहीं स्थानीय तालाब में प्रतिमा को विसर्जित किया गया तो कहीं पास के नदी में प्रतिमा को विसर्जित किया गया। साथ हीं उपस्थित लोगों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। सरस्वती पूजा को लेकर काफी उत्साह का माहौल बना रहा। खासकर छोटे बच्चों का उत्साह देखते हीं बन रहा था। वहीं पूजा को लेकर बच्चे,बूढ़े,महिलाएं सभी एकजुट होकर विसर्जन में माता सरस्वती की जयकारे लगाते हुए तालाब तक पहुंचे और पूजा अर्चना कर माता का आशीर्वाद लिया और प्रतिमा को तालाब में विसर्जित किया। वहीं देर शाम खिचड़ी महाभोग का आयोजन किया गया।
जहां लोगों के बीच महाभोग का वितरण किया गया जो देर रात तक चलता रहा। बता दें कि पूरे भरगामा प्रखंड भर में शांतिपूर्वक पूजनोत्सव आयोजित किया गया। पुरातन परम्परा के अनुकूल शुभ मुहूर्त में बच्चों,किशोरों और युवाओं ने माता हंसवाहिनी की पूजा बेहद हीं धूमधाम से पूरी की। मौके पर सांस्कृतिक आयोजनों की भरमार रही। सांस्कृतिक आयोजनों में सरस्वती पुत्र नाचते-झूमते रहे। विभिन्न सरकारी,गैर-सरकारी विद्यालयों,कोचिंग संस्थानों और चौक-चौराहे पर छात्र-छात्राओं द्वारा श्रद्धा और भक्तिभाव से ओत-प्रोत होकर विधि-विधान से विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा-अर्चना की गई।
मौके पर श्रद्धालुओं द्वारा मां सरस्वती से विद्या व ज्ञान का वर मांगते हुए उन्हें विदा किया। उससे पहले विसर्जन जुलूस में शामिल युवकों व बड़े-बुजुर्गों ने एक दूसरे को गुलाल लगाकर बधाई दी। मौके पर मां सरस्वती के जयघोष से पूरा माहौल भक्तिमय हो उठा। पुलिस-प्रशासन द्वारा विसर्जन को लेकर सुरक्षा के दृष्टिकोण से सड़कों के अलावा नदी तालाबों पर पुलिस के जवानों की तैनाती की गई थी। किसी प्रकार जिले के सभी प्रखंडों सहित नरपतगंज प्रखंड के सीमावर्ती पंचायत नवाबगंज के सभी सरकारी गैर सरकारी शिक्षण संस्थान एवं सार्वजनिक स्थलों पर मां शारदे की पूजा अर्चना सोमवार को बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया। इसके पश्चात मंगलवार को मां सरस्वती के प्रतिमा का विसर्जन नम आंखों से गाजे बाजे के साथ किया गया।