तलवाड़ा(प्रवीन सोहल): देवभूमि कामाही देवी में भगवान श्री शालिग्राम जी-माता तुलसी जी के चल रहे विवाह महोत्सव के विराट कार्यक्रम में आज प्रभु की बारात का कलियुग की इस मानवीय धरती पर सतयुग जैसे वातावरण की झलक देखने को मिली। श्री हरि विष्णु के स्वरूप भगवान शालिग्राम जी क़े माता कामाक्षी देवी मंदिर में बीती रात से ही क्रमशः घोड़ियों ब सुहाग के परंपरागत गाए जा रहे गीतों से समूचा वातावरण अध्यात्म ब खुशियों के रंगों से रंगा हुआ था। माता कामाक्षी देवी मंदिर परिसर में महंत श्री राजगिर महाराज के कुशल मार्गदर्शन में भगवान शालिग्राम महाराज की पावन मूर्ति को सेहरा आदि बांधकर दूल्हे का रूप दिया गया था। चूंकि आज भगवान श्री शालिग्राम जी की बारात क़े प्रस्थान का समय था, तो कामाही देवी नगर के अंदर इतनी विशाल भक्तों की भीड़ उमड़ी हुई थी कि मंदिर परिसर में तो दिल भरने के लिए भी कोई जगह दिख नहीं रही थी।
प्रातः 10 बजे आज जव महंत श्री मार्गदर्शन में भगवान श्री शालिग्राम जी की बारात मुबारकपुर हेतू माता तुलसी जी को बिहाने क़े लिए निकली तो इस अद्भुत वक़्त का मनोहर दृश्य तो हर किसी को एक चुंबकीय प्रभाव की भांति अपनी और आकर्षित कर समारोह में शामिल होने को विवश कर रहा था। भगवान श्री हरि विष्णु के जयकारों के साथ महंत श्री राजगीर महाराज के मार्गदर्शन में दूल्हे श्री शालिग्राम जी महाराज की बारात की प्रस्थान का समय ऐसा दिख रहा था कि मानो इस माननीय धरातल पर देवलोग ही निचे जैसे उतर आया हो। पुराने समय की भांति चार व्यक्तियों द्वारा अपने कंधों पर उठाये ‘खाशे’ में सेहरा बांधे भगवान शालिग्राम जी शोभायमान थे। भगवान श्री शालिग्राम को पहले शंख ध्वनियों की गूंज के बीच माता श्री कामाक्षी देवी से आशीर्वाद दिलवाया गया। मंदिर परिसर से बारात के आगे बैंड बाजों की टीम सुरीली धुनों से आकाश को गुंजाए हुए थे, जबकि पीछे पीछे पीले रंग की पगड़ीयां बांधे ब लाल रंग की टोपियां पहने महंत श्री राजगीर, महात्मा हरमिंदर माही, आचार्य सुदर्शन ऐरी, जिला अध्यक्ष भाजपा संजीव सिंह मन्हास,अजय शास्त्री, रमेश ठाकुर, बनवारी लाल, रमेश ठाकुर, शादी लाल पिंकी,कामरेड विजय शर्मा, परमजीत पम्मू, अशोक लक्की, सन्नी कुमार,परमजीत पम्मू, गोपाल पाली, डाक्टर सुभाष, शाम मुरारी, देव राज, राजेंद्र मेहता आदि बारात में शामिल होकर चल रहे थे।