पटना, (न्यूज़ क्राइम 24) जन सुराज के संस्थापक और पदयात्रा अभियान के प्रणेता प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार के किसी बीजेपी नेता को अपना कोई जनाधार नहीं है।
प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर जो वोट मिल जाए। इसी लिए भाजपा जैसे तालाब में मछली पकड़ी जाती हैं ठीक वैसे ही आज वो कोई नए चेहरे की खोज में हैं ताकि कोई मिल जाए जिसके चेहरे पर वो चुनाव लड़ लें। बिहार में आज नरेंद्र मोदी के नाम पर ही जो कुछ वोट हैं, बस वही है। बिहार में आज किस बीजेपी नेता के नाम पर 5 वोट भी है। प्रशांत किशोर ने भाजपा के नये प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि अभी जो पूर्व में बिहार बीजेपी के अध्यक्ष थे, वो जब दूसरे दल से विधायकी का चुनाव लड़े तो उनको सिर्फ 6 हजार वोट मिला। बीते दिनों सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से विधानपार्षद का चुनाव हुआ था, वहां बीजेपी के पांच सांसद हैं और पूरी बीजेपी की ताकत लगाने के बाद भी बीजेपी को सिर्फ 495 वोट मिला।
उन्होंने कहा कि बीजेपी को नया आदमी नहीं मिल रहा है। बिहार बीजेपी अध्यक्ष की कमान ऐसे आदमी के हाथ में थी जिनके बाबूजी लालू, नीतीश, मांझी सरकार में मंत्री रहे और आजकल उनके बेटे बीजेपी का उद्धार करने निकले हैं। मैं रोज बता रहा हूं पिछले 30 सालों में बिहार में अभी तक जितने एम पी, एम एल ए बने हैं वो कुल 12 सौ से 15 सौ परिवार के लोगों में से ही निकलकर बने हैं। आज जिस दल जिस नेता का हवा हुआ सब उसी में आ जाता है। बीजेपी जैसे दल में भी आज उनको कोई नया आदमी नहीं मिल रहा। आज उनको भी वही आदमी मिला है जिसके बाप दादा पहले से राज कर रहे हैं। बीजेपी के नेता सम्राट चौधरी के पास ऐसा कौन सा ज्ञान था जो उन्होंनेे 15 सालों में नहीं कर दिखाया। आज बिहार में बीजेपी का क्या है वो आज नेता खोज रहे हैं। आज वो खोज रहे हैं कि कहीं कोई मिल जाए जिनके चेहरे पर चुनाव लड़ा जा सके।