अररिया, रंजीत ठाकुर सभी कर्मियों ने अररिया पीएचसी पर सरकार से समान काम समान वेतन और फेस रिकांग्निशन अटेंडेंट सिस्टम (एफआरएएस) को वापस लेने के लिए मांग किया। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन(एनएचएम) के सभी स्वास्थ्य कर्मियों ने शुक्रवार को अररिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में काम का बहिष्कार करते हुए एक जुट होकर हड़ताल किया। सभी स्वास्थ्य कर्मियों ने जारी फेस रिकांग्निशन अटेंडेंट सिस्टम (एफआरएएस) को वापस लेने की मांग रखी। साथ ही समान काम समान वेतन की मांग समेत अपनी 10 सूत्रीय मांगों को हड़ताल के दौरान रखा। हड़ताल के दौरान सभी स्वास्थ्य कर्मियों ने बोला जब तक जारी एफआरएएस वापस नहीं ले लेते हैं तब तक सभी संविदा स्वास्थ्य कर्मी हड़ताल पर ही रहेंगे।
हड़ताल पर जाने से मरीजो को भी इलाज में काफी परेशानी का सामना उठाना पड़ा। हड़ताल पर बैठे अध्यक्ष वंदना कुमारी, सचिव कमलेश कुमार एवं उपाध्यक्ष मुकेश कुमार मीणा ने बताया कि सबसे अधिक काम संविदा स्वास्थ्य कर्मी ही करते हैं, लेकिन सबसे कम नजर सरकार का स्वास्थ्य कर्मी पर ही रहा है। कोरोना काल में भी स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी जान की परवाह किए बगैर लाखों लोगों की जान बचाई है। इसके बावजूद भी सरकार हम लोगों के साथ दोहरी नीति अपना रही हैं।
स्वास्थ्य विभाग के द्वारा जारी एफआरएएस को जब तक वापस नहीं लिया जाएगा तब तक हम लोग हड़ताल पर ही रहेंगे। सरकार से हमारी दस सूत्री मांग है।इसमे मुख्य मांग समान काम के लिए समान वेतन दे अन्यथा आने वाला समय में सभी स्वास्थ्य कर्मी एकजुट होकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे। मौके पर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी अशोक मेघवंशी,अनिल कुमार रामदयाल चौधरी ,महेंद्र शर्मा,बलराम, राजलक्ष्मी , जाह्नवी एव स्टॉफ नर्स सुनीता कुमारी, आसिफ खान और एएनएम प्रतिज्ञा कुमारी, साधना कुमारी, किरण कुमारी, ज्योति प्रिया, प्रीति कुमारी, खुशबू कुमारी, रिंकू कुमारी, आदि एन एच एम स्वास्थ्य कर्मी मौजूद रहे।