फुलवारी शरीफ, अजित। राजा बाजार में विहार भर के समाजवाद में विश्वास रखने वाले साथीयों की एक अहम बैठक पूर्व केन्द्रीय मंत्री देवेन्द्र प्रसाद यादव की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई. पूर्व केंद्रीय मंत्री देवेंद्र यादव ने कहा कि सभी समाजवाद के साथियों को एकजुट किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इस बार बिहार में बिहार में अनुकूल परिस्थितियों के बावजूद उत्तर प्रदेश के तुलना में इण्डिया गठबंधन का लोकसभा चुनाव में कमजोर प्रदर्शन चिंता का विषय है. बिहार कभी समाजवादीयों का गढ़ रहा है परन्तु यहाँ वर्ष 1990 के बाद सत्ता-शासन गलत हाथों में चले जाने के कारण ‘समाजवादी आन्दोलन’ समाजवादी व्यवस्था कुन्द सा पड़ गया. आज गरीबी के आकल्लन यह बताता है कि विहार गरीवी में सबसे नीचले पायदान पर है. ‘पलायन समस्या’ ज्यों के त्यों बना हुआ है. जो समाजवादी ताकतें अर्जित की गई थी उसका इस्तेमाल खुदगर्जी, निजी स्वार्थ के लिए जातीय गोलबंदी तथा धार्मिक गोलबंदी में धकेल दिया गया यानि बुनियादी मुद्दों से भटका दिया गया. यह निर्णय लिया गया कि बिहार में समाजवाद में विश्वास रखने वाले सभी नौजवानों को जन जागृति अभियान चलाकर या जनसंम्वाद चलाकर संगठित करके समाजवाद को अपरहण से मुक्त कर ‘समाजवाद’ को पुर्नजीवित किया जाय. नौजवानों के बल पर ही बेहतर बिहार बनाने का विकल्प खड़ा हो सकेगा.
चर्चा भाग लेने वालों में प्रमुख रूप से रामकुमार यादव पूर्व विधायक, राम अयोध्या विद्यार्थी, श्री राम सिंह यादव, रामलखन स्वर्णकार, बूचूल सिंह यादव, उपेन्द्र पासवान, प्रो० सच्चिदानन्द सिंह, अजय कुमार मंडल, मो० अरसलान, ईश नारायण राय, चित्रगुप्त यदव, डॉ० अमन कुमार, कलेन्द्र सिंह यादव, गणेश प्र० सिंह, विद्यानन्द प्रसाद गुप्ता, विराज कुमार, चन्द्रमा सिंह, अखिलेश झा, जितन कुमार, नरेश यादव, राम कुमार सहनी, शशि रंजन, कृष्ण शेखर साहित सैकड़ों साथी उपस्थित हुए.