बिहार

आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं की गोदभराई का हुआ आयोजन

कटिहार, (न्यूज़ क्राइम 24) जिले के सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों पर सेविकाओं द्वारा क्षेत्र के नए गर्भवती महिलाओं को मां और होने वाले बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए बेहतर पोषण व टीकाकरण सम्बंधित जानकारी देते हुए गोदभराई दिवस का आयोजन किया गया। इस दौरान केंद्र में उपस्थित महिलाओं को गर्भ में पल रहे शिशु के स्वास्थ्य के लिए सन्तुलित खान पान व टीकाकरण की विशेष जानकारी दी गई। समेकित बाल विकास परियोजना (आईसीडीएस) द्वारा महिलाओं को गर्भावस्था के समय बेहतर खानपान और टीकाकरण सम्बंधित जानकारी देने के लिए प्रत्येक महीने आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गर्भवती महिलाओं की गोदभराई का आयोजन करवाया जाता है जिसमें 7 से 9 माह की गर्भवती महिलाओं की गोदभराई करते हुए लाभार्थियों और उनके परिजनों को मां और होने वाले बच्चों के स्वस्थ रखने के लिए आवश्यक जानकारी दी जाती है।

महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान मातृत्व पोषण की दी गई जानकारी :

आईसीडीएस कटिहार की जिला प्रोग्राम पदाधिकारी सदफ आलम ने बताया कि जिले के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में गोदभराई दिवस का आयोजन कर सेविकाओं द्वारा सभी गर्भवती महिलाओं को उनके खान पान की जानकारी दी गयी। उन्हें पौष्टिक आहार व उससे होने वाले शिशु के स्वास्थ्य पर होने वाला प्रभाव की भी जानकारी दी गई। गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं की आहार में प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट के साथ वसा की भी मात्रा होना जरुरी होता है। इसलिए आईसीडीएस द्वारा प्रतिमाह 07 तारीख को आंगनबाड़ी केंद्रों पर गोदभराई दिवस का आयोजन कर गर्भवती महिलाओं को आहार में विविधिता लाने की सलाह दी जाती है। उन्हें हरी साग-सब्जी, सतरंगी फल, दाल, सूखे मेवे एवं दूध का सेवन विभिन्न पोषक तत्वों की आपूर्ति के लिए जरुरी बताया जाता है। इसके अलावा केंद्र में सभी गर्भवती महिलाओं को मातृ पोषण एवं गर्भ में पल रहे शिशु के पोषण सुदृढ करने के लिए सरकार द्वारा प्रदत्त योजनाओं से मिलने वाले लाभों की भी जानकारी दी जाती है जिससे कि वे समय पर इसका लाभ उठा सके।

माँ और बच्चों को विभिन्न बीमारियों से सुरक्षा के लिए टीकाकरण की महत्व पर हुई चर्चा :

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गोदभराई कार्यक्रम में गर्भवती महिलाओं व शिशु को पड़ने वाले टीकाकरण की महत्ता पर भी चर्चा की गई। पोषण अभियान के जिला समन्यवक अनमोल गुप्ता ने कहा कि गर्भवती महिला को पहली बार गर्भ धारण करने पर आंगनवाड़ी केंद्र पर टीके लगवाने चाहिए। जन्म के बाद शिशु का सम्पूर्ण टीकाकरण कराना चाहिए। उन्होंने कहा कि गोदभराई दिवस पर महिलाओं को गर्भावस्था में 4 प्रसव पूर्व जांच करवाने एवं टीकाकरण कार्ड को संभाल कर रखने की सलाह दी गई। टीकाकरण कब और क्यों लगवाया जाता है, गोदभराई दिवस पर आंगनवाड़ी केंद्रों में महिलाओं को विस्तार से इसकी जानकारी दी गई।

मातृ वन्दना योजना की भी लोगों को दी गयी जानकारी :

गोदभराई के दौरान लोगों को सरकार द्वारा चलाए जा रहे प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना की जानकारी भी दी गई। अनमोल गुप्ता ने बताया कि योजना के तहत गर्भवती महिलाओं को शिशु होने तक तीन किस्तों में कुल 5000 रुपये की राशि सरकार द्वारा दी जाती है। पहली किश्त 1000 रुपये दी जाती है जिसके लिए किसी भी सरकारी स्वास्थ्य इकाई में गर्भ धारण करने के 150 दिनों के अंदर पंजीकरण कर जरूरी दस्तावेज देना आवश्यक है। कम से कम 1 प्रसव पूर्व जांच करवाने पर 180 दिनों बाद दूसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये एवं शिशु के जन्म के बाद उनके पंजीकरण व प्रथम चरण के टीकाकरण के बाद तीसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये की राशि दी जाती है। गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं द्वारा नियमित टीकाकरण का लाभ लेते हुए संस्थागत प्रसव का लाभ उठाने पर माँ और बच्चों को स्वस्थ रखते हुए लाभार्थियों को प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना का लाभ उपलब्ध कराई जाती है।

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