फुलवारीशरीफ, अजित। पटना के गौरीचक थाना क्षेत्र के रामगंज इलाके में सोमवार को जमीन की नापी के दौरान दो पक्ष आमने-सामने आ गए और विवाद इतना बढ़ा कि एक पक्ष ने लाठी-डंडा और ईंट-पत्थर से हमला कर दूसरे पक्ष के व्यक्ति का सिर फोड़ डाला. हमलावरों ने धमकी दी—“थाना पुलिस कुछ नहीं बिगाड़ सकती… जहां जाना हो जाओ… दोबारा प्लॉट पर आए तो जान मरवा देंगे।
पीड़ित सुबोध कुमार, पिता सुरेश केवट, ने गौरीचक थाना में आवेदन देकर बताया कि उसकी जमीन की नापी 1 दिसंबर को दिन में 11:30 बजे पुलिस की मौजूदगी में तय थी. इससे पहले 27 नवंबर को भी जमीन को लेकर विवाद हुआ था, जिसके बाद गौरीचक थाना ने दोनों पक्षों—सुबोध और दूसरे पक्ष अभय नारायण सिंह—को एक दिसंबर को नापी का समय दिया था. दोनों को अपने-अपने आमीन बुलाने थे।
सुबोध के अनुसार वह निर्धारित समय से पहले 11:00 बजे प्लॉट पर पहुँच गया. तभी अभय नारायण की पत्नी, उसका बेटा राजीव कुमार और संजीव कुमार आए और गाली-गलौज करने लगे. देखते-देखते तीनों ने मिलकर ईंट-पत्थर से हमला कर दिया और बुरी तरह मारपीट करते हुए उसका सिर फोड़ दिया. हमलावर लगातार धमकी देते रहे कि चाहे थाना जाओ या कहीं और—“कोई हमारा कुछ नहीं बिगाड़ सकता.”.सर से खून बहने लगा तो सुबोध किसी तरह बचकर गौरीचक थाना पहुँचा, जहाँ पुलिस ने उसका आवेदन लिया और इलाज कराने भेज दिया. सुबोध का कहना है कि घटना की गंभीरता के बावजूद पुलिस तुरंत घटनास्थल नहीं पहुँची, जबकि मारपीट के बाद पुलिस को मौके पर पहुंचकर जांच करनी चाहिए थी. पुलिस ने उसे आश्वासन दिया कि अगले दिन यानी मंगलवार को घटनास्थल पर जाकर छानबीन की जाएगी।
इस संबंध में गौरीचक के प्रभारी थाना अध्यक्ष सब-इंस्पेक्टर रवि कुमार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मारपीट का आवेदन मिला है, मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस छानबीन कर रही है. जब उनसे पूछा गया कि घटना के तुरंत बाद पुलिस मौके पर क्यों नहीं गई, तो उन्होंने केवल इतना कहा कि “कार्रवाई की जाएगी.”.जमीन विवाद में खुलेआम दी गई धमकियों और पुलिस के तत्काल घटना स्थल पर नहीं पहुंचने के चलते कई तरह सवाल खड़े हो गए हैं. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
