न्यूज़ क्राइम 24 ऑनलाइन डेस्क। इस साल शुभकारी योग में वसंत पंचमी पर्व आज 14 फरवरी बुधवार को मनाया जा रहा है. इस बार माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि 14 फरवरी को शाम 05:40 बजे तक है. वसंत पंचमी पर रेवती नक्षत्र और शुभ नामक योग मिल रहे हैं, जिससे इस साल की वसंत पंचमी सर्वमंगलकारी है. वसंत पंचमी का यह पर्व ऋतुराज वसंत के आगमन का सूचक है. इस दिन से ही होरी तथा धमार गीत प्रारंभ होते हैं. गेहूं तथा जौ की बालियां भगवान को अर्पित की जाती हैं. आज के दिन भगवान विष्णु और मां सरस्वती की पूजा करने का विशेष महत्व है।
वसंत पंचमी पर मां सरस्वती की विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की जाती है। वसंत पंचमी की तिथि से सभी ऋतुओं में सर्वश्रेष्ठ बसंत ऋतु का आगमन होता है। वसंत पंचमी पर मां सरस्वती को पीले रंग का भोग और पुष्प अर्पित किया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार इस दिन देवी मां सरस्वती प्रकट हुई थीं। तब देवताओं ने देवी स्तुति की। स्तुति से वेदों की ऋचाएं बनीं और उनसे वसंत राग। इसलिए इस दिन को वसंत पंचमी के रूप में मनाया जाता है। आइए जानते हैं वसंत पंचमी पर्व का महत्व, पूजा विधि, शुभ मुहूर्त और इससे जुड़ी हर एक कथा।